इंदौर कलेक्टरों की सूची में डॉ. इलैया राजा तीसरे दक्षिण भारतीय कलेक्टर बने

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विपिन नीमा

इंदौर। भारतीय प्रशासनिक सेवा 2009 बैच के अधिकारी डॉ इलैया राजा टी इंदौर के नए कलेक्टर हो गए है। उन्होंने मनीष सिंह के स्थान पर इंदौर के 33 वें कलेक्टर के रुप में चार्ज लिया। इंदौर के कलेक्टरों की सूची में डॉ इलैया राजा टी इंदौर के तीसरे ऐसे कलेक्टर है जो दक्षिण भारत से आते है, और एमपी कैडर में अपनी सेवाएं देते हुए इंदौर के कलेक्टर बने है। इससे पहले मुख्य सचिव के पद से रिटायर्ड हुए आईएएस एम गोपाल रेड्डी तथा वर्तमान में पदस्थ उद्योग विभाग के कमिश्नर पी नरहरि है जो इंदौर के कलेक्टर रह चुके है। ये अधिकारी बड़ी गजब की साफ और शुद्घ हिंदी बोलते है।

पहली बार इंदौर में पदस्थ हुए नवागत कलेक्टर

2009 की बैच के डायरेक्ट आईएएस डॉ इलैया राजा की पहली बार प्रदेश के सबसे बड़े शहर इंदौर में पोस्टिंग हुई है। नवागत कलेक्टर ने बुधवार से भगवान गणेशजी से आशीर्वाद लेकर अपनी नई पारी की शुरूआत कर दी है। जबलपुर से इंदौर पहुंचकर सीधे खजराना गणेश मंदिर पहुंचे फिर वहां से अपने दफ्तर यानी कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर चार्ज लिया। इसके बाद संभागायुक्त डॉ पवन शर्मा से मिलने पहुंचे।

कब से कब तक रहे इंदौर कलेक्टर

एम गोपाल रेड्डी
● 1985 बैच के आईएएस
● कलेक्टर – 27 जून 1996 से 4 जुलाई 1998 तक

भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एम गोपाल रेड्डी ने 27 जून 1996 को सुधिरंजन मोहंती से इंदौर कलेक्टर का चार्ज लिया था। श्री रेड्डी 2 साल 8 दिन यानी 734 दिन इंदौर कलेक्टर रहे। 1985 बैच के आईएएस अफसर गोपाल रेड्डी सितंबर 2020 में रिटायर हो गए थे। इससे पहले कमलनाथ सरकार ने उन्हें 5 मार्च 2020 को मुख्य सचिव बनाया था, लेकिन शिवराज सरकार ने सत्ता में लौटते ही उन्हें हटा कर इकबाल सिंह को मुख्य सचिव बना दिया था। रेड्डी महज 8 दिन मुख्य सचिव पद पर रहे। वे हैदराबाद के रहने वाले है। लम्बे समय तक मप्र कैडर में रहकर उन्होंने विभिन्न पदों पर रहकर अपनी सेवाएं दी।

पी नरहरि
● 2001 बेच IAS अफसर
● कलेक्टर – 1 मर्ई 2015 से 4 जून 2017 तक

दक्षिण भारत से आने वाले पी नरहरि तेलंगाना के करीम नगर जिले के बंसतनगर गांव में रहते है। वे इंदौर में 2 साल 1 माह 4 दिन इंदौर के कलेक्टर रहे। 766 दिनों तक इंदौर की कमान संभालने वाले 2001 बेच के आईएएस अफसर पी नरहरि ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले भारत के कुछ सिविल सेवकों में से एक हैं। उन्होंने 1 मई 2015 को आकाश त्रिपाठी के स्थान पर इंदौर कलेक्टर का चार्ज लिया था। पी नरहरि लेखन के क्षेत्र में भी वे आगे है। उन्होंने आठ पुस्तकें लिखी हैं। वर्तमान में उद्योग विभाग में आयुक्त के पद पर है। उन्होंने हो हल्ला गीत भी लिखा जिसे शान ने गाया था । 2020 में उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वच्छता के सुर के कार्यक्रम की शुरूआत की थी।

डॉ इलैया राजा टी
● 2009 बेच के IAS अफसर ● कलेक्टर – 9 नवम्बर 2022 से कार्यकाल प्रारम्भ

तमिलनाडु के रहने वाले डॉ इलैया राजा टी ने इंदौर कलेक्टर के रुप में काम संभाल लिया है। नवागत कलेक्टर के लिए इंदौर शहर नया है और इंदौर शहर के लोगों के लिए वे नए है। जल्द ही इंदौर और इंदौर की संस्कृति को जान जाएंगे। ये तो तय है की डॉ इलैया राजा को 2023 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा चुनाव करवाना है। ये दोनों चुनाव उनके लिए सबसे बड़ी जिम्मेदारी रहेगी। डॉ इलैया राजा डिप्टी सेक्रेटरी सामान्य प्रशासन भोपाल, सिवनी में असिस्टेट कलेक्टर, मंडला में एसडीओ रहे हैं। रीवा कलेक्टर फिर जबलपुर के तौर पर एक बड़े जिले के बाद अब इंदौर की कमान उनके हाथों में आई है।

दोनो एक साथ बने कलेक्टर

2014 बेच के IAS अफसर तथा इंदौर स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कम्पनी लिमिटेड के सीईओ ऋषव गुप्ता को देवास ओर 2014 बेच की ही IAS अफसर तथा इंदौर नगर निगम की अपर आयुक्त भव्या मित्तल को बुरहानपुर की कलेक्टर बने है। संभवतः यह पहला अवसर होगा एक ही शहर के दो अफसरों को एक साथ कलेक्टर बनाया है। उन्हें पहली बार किसी जिले का कलेक्टर बनाया गया है।