Diwali 2022 : दिवाली हिन्दू धर्म का सबसे प्रमुख त्योहार में से एक है। इस त्योहार को सभी लोग बड़े ही धूमधाम से मनाते है। हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान श्री राम 14 साल का वनवास काटकर सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे थे।
इसी खुशी में अयोध्या वासियों ने पूरी नगरी को दीपों से सजाया था। बस तभी से दीपावली का त्योहार मनाने की परंपरा चली आ रही है। दिवाली के त्योहार से पहले लोग अपने घरों में अच्छी तरह साफ-सफाई करते हैं और सजाते हैं। कहते हैं कि दिवाली की सफाई करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पुराने जूते चप्पल जो आप पहनेगे कभी यह सोच कर रख रखे है पर पहनते नही और ना आगे पहनेंगे उसको घर के बाहर करें। महिलाए मैचिंग की रखती हे फुटवियर उसको साफ करें।
पुरानी दवाई बॉक्स में अगर कोई मेडिसिन एक्सपायर रखी है उसको तत्काल घर के बाहर करे एवम दवाई का डब्बा भी बदले।
पुराने बंद मोबाइल घड़ी ठीक कराना है उपयोग में आएगा यह सोच कर पिछली दिवाली भी रख लिया था, उसको ठीक करवाकर एक कपड़े या बॉक्स में रखे वरना बाहर किसी को दान कर दे।
कृपया पुराने कपड़े दे कुछ स्टील के बर्तन लेने का प्रयास ना करे किसी गरीब संस्था को दान करे जिससे कोई जरूरतमंद उसका उपयोग कर सके।
अपने पूजा घर मंदिर को अंदर से भी देख ले आवश्कता से अधिक मूर्तिया न रखे। जो मूर्तिया 1 से अधिक हो उसको बाहर कुएं में या बहते पानी में ठंडा कर सकते हे।सिर्फ अपने पूजा निमित जो फोटो मूर्तिया हे उनको ही मंदिर में रखे।।
अपने पूर्वजों की फोटो मंदिर में ना रखे पुर्वजो को फोटो सदा उत्तर में मुख करती रखे।
आज कल प्रचलन चला है दिवाली की मिठाई जो घर में बनती है उसको बाहर से बनवाने का एक हद तक ठीक है। कुछ मिठाई नमकीन घर में भी बना अन्नपूर्णा मां को प्रसन्न रखे।