पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने आज भोपाल लोकायुक्त जस्टिस (Lokayukta Justice) एन के गुप्ता जी से मुलाकात (meeting) की। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा व खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के क्षेत्र में हो रहे रेत के अवैध कारोबार को लेकर शिकायत की है। पूर्व मुख्यमंत्री ने लोकायुक्त को शिकायत के साथ 570 पन्ने के दस्तावेज प्रमाण के रूप में सौंपे है। बता दे, उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के अनेक ग्रामों में रेत माफिया सक्रिय हैं। जिला प्रशासन और खनिज अधिकारी सभी मिलकर भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा जी और खनिज मंत्री के संरक्षण में अवैध खनन को बढ़ावा दे रहे हैं।
अजयगढ़ तहसील के जिन ग्रामों में ’’रेत का कारोबार’’ चल रहा है वे सभी उत्तर प्रदेश के कर्वी और बांदा जिलों से लगे हैं इन गांवों से रेत माफिया प्रतिदिन सैकड़ों डम्फर रेत दोनों राज्यों में बेच रहे हैं। जिस रेत माफिया रसमीत सिंह मल्होत्रा द्वारा यह कारोबार चलाया जा रहा है, उस पर पूर्व में उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के कलेक्टर ने 17 करोड़ रू. की रिकवरी का पत्र होशंगाबाद कलेक्टर को भेजा था, रसमीत सिंह हरियाणा में भी रेत खनन का काम कर रहा था। हरियाणा के उप मुख्यमंत्री चौटाला के रिश्तेदारों ने भी धोखाधड़ी की एक एफ.आई.आर. दर्ज करा रखी है।
इसके अलावा पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील में निजी खेतों से रेत निकालने के लिये रसमीत मल्होत्रा ने अपने और अपने कर्मचारियों के नाम से सैकड़ों किसानों से जमीन के उपयोग का इकरारनामा करा रखा है। ये सारा गोरखधंधा जिला प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। खनिज विभाग की मिली भगत से प्रतिमाह करोड़ों रूपये की रेत अवैध रूप से निकालकर बेची जा रही है। स्थानीय मीडिया, अखबार प्रतिनिधि और स्थानीय जनप्रतिनिधि प्रतिदिन रेत माफियाओं के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।
लेकिन शीर्ष स्तर के राजनैतिक संरक्षण के चलते माफियाओं पर कार्यवाही करने की किसी की हिम्मत नहीं हो रही है। पूर्व सीएम ने लोकायुक्त से इस मामले में करोड़ों रूपये की रेत चोरी और अवैध खनन पर प्रकरण दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो राजनेता रेत माफिया को पनाह दे रहे हैं उनके गठजोड़ की भी जांच होना चाहिये। पूर्व मुख्यमंत्री ने शिकायत के साथ लोकायुक्त महोदय को स्थानीय जनपद अध्यक्ष भरतमिलन पांडे का पत्र भी संलग्न कर प्रेषित किया है। जिसमें रेत माफिया के कारनामों की विस्तृत जानकारी है।