खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष और मालवा निमाड़ के मीडिया वार रूम प्रभारी गोविन्द मालू नें काँग्रेस से सवाल किया कि जब घर में ब्याह मण्डा है तो घर के मुखिया को क्यों पारी के समापन पर अंतिम बल्लेबाज के रूप में उतारा है। मध्यप्रदेश में जिसने दस साल सरकार चलाई हो उसे पर्दे में क्यों रख रखा था? दिग्गी राजा अपने को बेस्ट बल्लेबाज बताते हुए कह रहें कि बेस्ट बल्लेबाज को बाद में उतारते हैं, जबकि क्रिकेट में पारी की जमावट में बेस्ट बल्लेबाज पहले उतारा जाता है, खुद को बेस्ट फिनिशर बताने वाले दिग्विजय सिंह कांग्रेस फिनिश करने आ रहें हैं। जबकि इस उम्र में भी अकेले काँग्रेस के एकमात्र प्रदेश के डीलर कमलनाथ बोझ उठाये घूम रहे थे, कांग्रेस के किसी नेता की सभा चुनाव में इसलिए नहीं हो पा रही कि वे इस लायक नहीं, दिग्गी राजा समेत सभी रिजेक्ट मालों, काले कारनामों से भरी काँग्रेस क्या सरकार बनाएगी,क्या मुँह लेकर जनता के बीच जाएगी।
ऐसे में क्या यह सही नही है कि “पर्दे में रहने दो पर्दा ना उठाओ पर्दा जो उठ गया तो भेद खुल जायेगा”