पूर्वी लंदन की 4 साल की फरिहा जब नर्सरी स्कूल में पढ़ती थी, तब एक दिन उसकी नाक से लगातार खून बहने लगा। पहले तो घरवालों को लगा कि ये मौसम की वजह से हो रहा है, लेकिन जब ये बार-बार होने लगा और शरीर पर नीले निशान दिखने लगे, तो चिंता बढ़ गई। फरिहा अक्सर थकी रहती थी और ज़्यादा देर खड़ी भी नहीं हो पाती थी।
पैर ने दिया जवाब, गिर पड़ी ज़मीन पर
एक दिन फरिहा स्कूल जाने की तैयारी कर रही थी, तभी वह अपने दाहिने पैर में कमजोरी महसूस करने लगी और अचानक गिर गई। मां को पहले लगा कि शायद वह स्कूल नहीं जाना चाहती, लेकिन फिर समझ में आ गया कि मामला गंभीर है। डॉक्टरों ने जब कई जांचें कीं, तो रिपोर्ट ने सबको हिला दिया।
पता चला ब्लड कैंसर
अक्टूबर 2011 में पता चला कि फरिहा को Acute Lymphoblastic Leukemia (ALL) नाम का खतरनाक ब्लड कैंसर है। उसे तुरंत ग्रेट ऑरमंड स्ट्रीट अस्पताल (GOSH) में भर्ती किया गया। दो साल तक कीमोथेरेपी चली। बाल तीन बार झड़ गए, चलने-फिरने में दिक्कत होने लगी और खाने के लिए नली लगानी पड़ी। छोटी उम्र में ही उसे अस्पताल और दर्द का सामना करना पड़ा।
अब फरिहा है पूरी तरह ठीक
आज 14 साल बाद फरिहा पूरी तरह ठीक हो चुकी है। उसने खुद अपनी कहानी मीडिया से साझा की और बताया कि अगर समय पर इलाज और अपनों का साथ मिल जाए, तो कोई भी बीमारी बड़ी नहीं होती। अब वह कैंसर से जूझ रहे बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई है और उन्हें हिम्मत दे रही है।