मुकेश अहलावत, जो सुल्तानपुर माजरा से विधायक हैं, आम आदमी पार्टी के प्रमुख दलित नेताओं में से एक माने जाते हैं। यह कदम पार्टी के भीतर एक नई दिशा और नेतृत्व को दर्शाता है, खासकर अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद।
आतिशी का यह कहना कि “दिल्ली का एक ही मुख्यमंत्री है और उनका नाम अरविंद केजरीवाल है” उनके प्रति केजरीवाल की ओर से दिए गए भरोसे को दर्शाता है। इसके साथ ही, यह भी दिखाता है कि वे पार्टी की विचारधारा और दिशा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आतिशी का मुख्यमंत्री बनना निश्चित रूप से महिला नेतृत्व को बढ़ावा देने के साथ-साथ पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी सरकार किन नई पहलों और नीतियों के साथ दिल्ली की जनता की सेवा करेगी।