DA Hike: केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) में वृद्धि की घोषणा सितंबर महीने में होने की उम्मीद है। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के वेतन में भी परिवर्तन होने की संभावना है।
वर्तमान महंगाई भत्ता और उसकी बढ़ोतरी
हाल ही में केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ता को 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जो 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होगा। इस बढ़ोतरी के साथ ही, पिछले कुछ महीनों में हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) समेत कई अन्य भत्तों में भी वृद्धि हुई है।
भविष्य में संभावित बढ़ोतरी
केंद्र सरकार की ओर से यह उम्मीद जताई जा रही है कि सितंबर के शुरुआत में महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में दूसरी बार बढ़ोतरी की जाएगी। नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से इस बार 3% की बढ़ोतरी की मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
महंगाई भत्ता और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई राहत सरकार द्वारा हर साल दो बार, मार्च और सितंबर में बढ़ाई जाती है। इस बढ़ोतरी को जनवरी और जुलाई महीने से पहले लागू किया जाता है।
मुद्रास्फीति के आधार पर डीए की गणना
महंगाई भत्ते की वृद्धि का निर्धारण विभिन्न क्षेत्रों में खुदरा कीमतों में वृद्धि के आधार पर अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (एआईसीपीआई) के आधार पर किया जाता है। पहले, डीए की गणना 2001 के आधार वर्ष के साथ की जाती थी, लेकिन सितंबर 2020 से इसे 2016 के नए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर किया जा रहा है।
डीए और डीआर के 50% तक पहुंचने के साथ, अटकलें लगाई जा रही हैं कि ये मूल वेतन में स्वचालित रूप से विलय हो सकते हैं, जिससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों का मूल वेतन बढ़ सकता है। हालांकि, इस पर सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
7वें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार, महंगाई भत्ता (डीए), महंगाई राहत (डीआर) के साथ-साथ हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए), दैनिक भत्ता, ग्रेच्युटी सीलिंग, हॉस्टल सब्सिडी, बाल शिक्षा भत्ता, और अन्य भत्ते भी अपने आप बढ़ेंगे।