मुंबई। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर रफ़्तार पकड़ रहे है। हालांकि अभी मामले उफान पर नहीं पहुंचे है लेकिन दूसरी लहर के हाहाकार के बाद अब राज्य सरकार चौकन्ना हो गई है। संक्रमण में थोड़े भी आकड़ो का इजाफा होता है कि सरकार चिंतित हो जाती है। वहीं एक ओर जहां कई राज्यों में पाबंदियों पर छूट मिल गई है तो वहीं अभी भी कुछ राज्य ऐसे है जहां पाबंदिया जारी है। जिसके चलते अब मुंबई ने तीसरी लहर से बचने का प्लान बना लिया है।
गौरतलब है कि, मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर भले गई हो लेकिन तीसरी लहर की आशंका विशेषज्ञ लगातार जता रहे हैं। तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच ऑब्जर्वर एंड रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) ने अपनी रिपोर्ट ‘टर्निंग द टाइड: इज मुंबई रेडी फॉर द के लिए कोविड -19 टीकाकरण योजना, सार्वजनिक परिवहन को खोलने और महानगरीय क्षेत्र के नियोजित अनलॉकिंग के लिए ए’मुंबई प्लस’ सिफारिश की है।
रिपोर्ट में कोरोना की पहली और दूसरी लहर की बारीकियों के बारे में बताया गया है। इसमें ऑक्सीजन और दवा की आपूर्ति और टीकाकरण के मुद्दों का विवरण दिया गया है। वहीं रिपोर्ट में टीकाकरण योजना, सार्वजनिक परिवहन को खोलने और क्षेत्र के नियोजित अनलॉकिंग के लिए ‘मुंबई प्लस’ दृष्टिकोण की सिफारिश करती है। साथ ही ओआरएफ ने कहा कि महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने रिपोर्ट जारी की और राज्य में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) और अन्य शहरी समूहों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर पर काबू पाने के लिए तमाम तरह के प्रयास करने के आदेश दिए हैं।