नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम को 7वीं बार कोरोनाकाल में देश को संबोधित किया. पीएम ने कोरोना से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें अपने संबोधन में कही. हालांकि कांग्रेस को पीएम की बातें रास नहीं आई और कांग्रेस ने पीएम के भाषण पर तंज कस दिया. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम के भाषण पर कहा कि, देश ‘कोरा संबोधन’ नहीं, ठोस समाधान चाहता है.
पीएम के भाषण पर सवाल उठाते हुए सुरजेवाला और पवन खेड़ा ने कहा कि, ”‘24 मार्च, 2020 को मोदी जी ने कहा था कि महाभारत का युद्ध 18 दिन चला था और कोरोना से युद्ध जीतने में 21 दिन लगेंगे. लेकिन 210 दिन बाद भी समूचे देश में ‘कोरोना महामारी की महाभारत’ छिड़ी है, लोग मर रहे हैं, पर मोदी जी समाधान की बजाय टेलीविजन पर कोरे संबोधन से काम चला रहे हैं.’
कांग्रेस ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि, ‘‘कोरोना से लड़ाई में मोदी सरकार पूरी तरह नाकारा साबित हुई है. महामारी की विभीषिका में भाजपा ने देश के लोगों को बेहाल छोड़ दिया है.’ भारत आज दुनिया का ‘कोरोना कैपिटल’ बन गया है. 19 अक्तूबर, 2020 को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण में भारत अब दुनिया में पहले स्थान पर है.”
पीएम ने संबोधन में कही ये महत्वपूर्ण बातें…
पीएम ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि, जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आती है, तब तक कोरोना को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी है. पीएम ने कहा कि, ”लॉकडाउन भले चले गया हो वायरस नहीं गया है. बीते सात-आठ माह में हर भारत वासी के प्रयास से भारत जिस संभली हुई स्थति में है हमे उसे बिगड़ने नहीं देना है और अधिक सुधार करना है. आज देश में रिकवरी रेट बेहतर स्थिति में है. भारत में हर 10 लाख लोगों में मृत्यु दर 83 है. जबकि अमेरिका ब्रिटेन और ब्राजील जैसे सम्पन्न देशों में यह आंकड़ा 600 के पार है.”
पीएम मोदी ने कहा कि, ”भारत अधिक लोगों का जीवन इस बीमारी से बचा रहा है. कोरोना टेस्ट के लिए करीब 2 हजार लैब काम कर रही है. जल्द ही कोरोना टेस्ट की संख्या10 करोड़ के आंकड़ें से आगे निकल जाएगी. पीएम ने 12 मिनट के अपने संबोधन में आगे कहा कि, ”‘सेवा परमो धर्म’ के मंत्र पर चलते हुए हमारे डॉक्टर्स, नर्सेस, सुरक्षाबल आदि ने बेहतर काम किया है. पीएम ने माना कि यह समय लापरवही बरतने का नहीं है. क्योंकि वायरस अब भी मौजूद है. पीएम ने कहा कि बिना मास्क के बाहर निकलना और लापरवाही बरतना आपके परिवार, बच्चे और बुजुर्गों के लिए भी नुकसानदायक है.” प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में अंत में देशवासियों को विजयादशमी, दिवाली, छअथ पूजा जैसे आगामी त्यौहारों की बधाई भी दी.