भोपाल : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने बताया कि भाजपा के सांसद के.पी. यादव का एक पत्र सिंधिया व उनके समर्थक मंत्रियों को लेकर सामने आया है, जिसमें उन्होंने सिंधिया समर्थक प्रदेश के मंत्रीगण तथा उनके समर्थक नेताओं द्वारा पार्टी के सिद्धांतों व नीतियों के विपरीत काम करने की बात कही है तथा गुटबाजी फैलाने की व निष्ठावान भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने की बात कही है।
सलूजा ने कहा कि यही नहीं उसके बाद कांग्रेस को एक पुख्ता जानकारी मिली है कि इस तरह के करीब 50 पत्र प्रदेश के विभिन्न जिलों से भाजपा के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व को सिंधिया जी और उनके समर्थक मंत्रियों के खिलाफ भाजपा के निष्ठावान नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा लिखे गये हैं।
इन पत्रों में लिखा गया है कि जहां-जहां सिंधिया के समर्थक है और उनके मंत्रीगण हैं, वहां-वहां ये लोग गुटबाजी फैला रहे हैं। अपनी व्यक्तिगत निष्ठा वाले गुट बनाये जा रहे हैं, पूरी तरह से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को दरकिनार किया जा रहा है, उनका अपमान किया जा रहा है और खुद के गुट खड़े किये जा रहे हैं।
सलूजा ने कहा कि हमें यह भी जानकारी मिली है कि भाजपा नेतृत्व को जो पत्र भाजपा के ईमानदार, निष्ठावान नेताओं व कार्यकर्ताओं ने लिखे हैं, उन पत्रों के अंदर सिंधिया समर्थक मंत्रियांे के भ्रष्टाचार का भी प्रमाण सहित उल्लेख किया गया है।
सलूजा ने कहा कि कांग्रेस मांग करती हैं कि भाजपा का नेतृत्व उन पत्रांे को सार्वजनिक करे और बतायें कि कैसी शिकायतें सिंधिया जी और उनके समर्थक मंत्रियों के खिलाफ भाजपा नेतृत्व को मिली हैं। क्योंकि अभी तो सोशल मीडिया पर के.पी. यादव का पत्र ही सामने आया है जो दिसम्बर 2021 में लिखा गया था, जल्द ही वे सारे पत्र भी सामने आयेंगे जो अन्य नेताओं ने भाजपा नेतृत्व को लिखे हैं।
सलूजा ने कहा कि हमे यह भी जानकारी लगी है कि भोपाल से लेकर रायसेन, इंदौर, गुना, शिवपुरी और ग्वालियर क्षेत्र के नेताओं, कार्यकर्ताओं ने इस तरह के पत्र बढ़ चढ़कर भाजपा नेतृत्व को लिखे हैं और सिंधिया समर्थक मंत्रियों की पूरी कारगुजरियों का उल्लेख इन पत्रों में बताया गया है कि किस प्रकार वे पार्टी को डेमेज कर रहे हैं, किस प्रकार गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं और किस प्रकार पार्टी की रीती-नीति और सिद्वांतों को खत्म कर रहे हैं।
सलूजा ने कहा कि अब ऐसा लग रहा है कि बिकाऊओं के खिलाफ टिकाऊओं ने बड़ा मोर्चा खोल दिया है और भाजपा अब दो भागों में बंट चुकी है। बिकाऊ और टिकाऊओं की लड़ाई अंतिम दौर में पहुंच चुकी है और जल्द ही इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।