देशभर में 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस अवसर पर सभी शासकीय निजी स्कूलों और शासकीय कार्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जहां अपने शरीर को स्वास्थ्य रखने के उद्देश्य से योगासन किया जा रहा है। ऐसे में संस्कारधानी जबलपुर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्कूलों में योग की शिक्षा अनिवार्य करने की घोषणा की है।
योग करने के फायदें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि योग व्यक्ति के शरीर को स्वस्थ रखने में सक्षम होता है, इसीलिए हर दिन व्यक्ति को योगा करना चाहिए सीएम शिवराज ने कहा कि योग किसी पंथ से संबंध नहीं रखता बल्कि योग विश्व कल्याण के लिए होता है यह दुनिया के 180 देशों में हो रहा है। साथ ही उन्होंने इस अवसर पर कहा कि अगर स्वास्थ्य शरीर चाहिए और बीमारियों से छुटकारा पाना है तो रोजाना योग करना होगा इससे हमें ऊर्जा मिलेगी साथ ही हम पर बीमारी भी हावी नहीं होगी।
जबलपुर में आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी पहुंचे हैं। वही सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व भी कर रहे हैं। इस समारोह में केंद्रीय आयुष और बंदरगाह नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्वानंद सोनोवाल, राज्यपाल मंगू भाई पटेल इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद है।
जानिए कब शुरु हुई योग दिवस की शुरुआत
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 2014 में एक संकल्प के रूप में संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता प्रदान की थी, तब से लेकर आज तक देशभर में योग दिवस मनाया जाता है। इस बार का योग दिवस 2023 की थीम पर रखा गया है। इस वैश्विक उत्सव का नेतृत्व संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय निवारक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया है।
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खास बात यह है कि अब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शासकीय और निजी स्कूलों में योग शिक्षा को भी अनिवार्यता प्रदान कर दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मुख्य कार्यक्रम में घोषणा की और स्कूलों में योग शिक्षा लागू करने की घोषणा करती है, जिससे अभी स्कूलों में प्रत्येक सब्जेक्ट के साथ योग का विषय भी होगा।