सीएम ने इन गांवों को दिए नए नाम, जानिए पहले किस नाम से जाने जाते थे ये गांव ?

Abhishek singh
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गजनी खेड़ी पंचायत का नाम अब चामुंडा माता, जहांगीरपुर का नाम बदलकर अब जगदीशपुर और मौलाना गांव का नाम विक्रम नगर रखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस बदलाव की घोषणा एक कार्यक्रम के दौरान की। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने बड़नगर के एक स्कूल में शिक्षा प्राप्त की थी। अब इस स्कूल का नाम “भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी सीएम राईज स्कूल” रखा जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के बड़नगर में एक आम सभा के दौरान की।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बड़नगर में 40 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने नये सीएम राईज स्कूल भवन का उद्घाटन किया। इसके साथ ही, बड़नगर कृषि उपज मंडी परिसर में 4 करोड़ रुपये से ज्यादा की लागत वाले निर्माण कार्यों का भूमि पूजन किया गया। इसके अलावा, तीन करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाए गए सात उप स्वास्थ्य केंद्रों का भी उद्घाटन किया गया।

बड़नगर को मिलेगा पार्वती, चंबल और काली सिंध नदी का लाभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पार्वती-चंबल-काली सिंध नदी जोड़ो योजना का लाभ अब बड़नगर को भी मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि शासन के औद्योगिकीकरण प्रयासों के तहत बड़नगर में 3500 करोड़ रुपये की लागत से एक बड़ी फैक्ट्री स्थापित की जाएगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने बड़नगर में एक फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना जल्द शुरू करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण के लिए इस वर्ष चार लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिससे तीन लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। राज्य सरकार एक लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां देने जा रही है, जिसके लिए विज्ञापन जारी किया जाएगा।

महिदपुर को मिलेगा भव्य तीर्थ स्थल का दर्जा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं से जुड़े प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थान जैसे उज्जैन का सांदीपनि आश्रम, जानापाव, अमझेरा आदि को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में, उज्जैन के महिदपुर को भी एक भव्य तीर्थ स्थल में बदला जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्रदेश में कई महत्वाकांक्षी योजनाओं को लागू कर रही है। उन्होंने यह जानकारी दी कि चंबल, पार्वती और काली सिंध नदी जोड़ो योजना के तहत 70 हजार करोड़ रुपये की लागत से यह योजना देपालपुर, बड़नगर, शिवपुरी, इंदौर, रतलाम, मंदसौर, देवास, गुना और अन्य जिलों तक पहुंचेगी।

5 वर्षों में प्रदेश का बजट 7 लाख करोड़ तक बढ़ाने की घोषणा

औद्योगीकरण की दिशा में मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में व्यापक औद्योगीकरण को बढ़ावा देने के लिए हर संभाग में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें शहडोल में आने वाले दिनों में एक कॉन्क्लेव आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अगले पांच वर्षों में प्रदेश का बजट 7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह जानकारी दी कि प्रदेश में लगातार नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं, और इस वर्ष 14 नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी।

दुग्ध उत्पादन में 20% की वृद्धि का लक्ष्य रखते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अब सरकार दूध क्रय पर बोनस भी प्रदान करेगी। गोवंश संरक्षण और संवर्धन के प्रयासों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार 10 से अधिक गाय पालन करने वालों को अनुदान देगी। प्रदेश के नगर निगम और बड़ी नगर पालिकाओं में 10,000 गोवंश क्षमता वाली गौशालाओं का निर्माण किया जा रहा है, और इस गोवंश पालन का पूरा खर्च सरकार उठाएगी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में गीता भवनों का निर्माण भी कराया जाएगा।