साल 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण लगने वाला है। दिल्ली में यह शाम 05 बजकर 32 मिनट से शुरू होगा और शाम 06 बजकर 19 मिनट पर ग्रहण का मोक्ष होगा। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में शाम 4:23 बजे पूर्ण चंद्र ग्रहण की शुरुआत होगी। जिसके बाद यह कोलकाता, पटना, रांची, भुवनेश्वर, कटक में भी दिखेगा। हालांकि, इसका सूतक काल 09 घंटे पहले ही लग गया। सूतक काल का समय सुबह 9 बजकर 21 मिनट से प्रारंभ हो चुका है।
मेष राशि के जातक रहे सावधान
भारत के कुछ जगहों में पूर्ण चंद्रग्रहण दिखाई देगा, जबकि अधिकांश शहरों में आंशिक ग्रहण दिखाई देगा। यह ग्रहण मेष राशि पर लग रहा है। इसलिए इस राशि के जातकों को सावधान रहने की जरूरत है।
दुनिया में कहां नजर आएगा चंद्र ग्रहण :
चंद्र ग्रहण उत्तरी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका के अधिकांश हिस्से पेसिफिक, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका के क्षेत्रों से भी दिखाई देगा।
सूतक काल के दौरान ध्यान रखें यह बातें-
1. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूतक समय को आमतौर पर अशुभ मुहूर्त समय माना जाता है। इसे ऐसा समय कहा जा सकता है, जिसमें शुभ कार्य करने वर्जित होते है। सूतक ग्रहण समाप्ति के बाद धर्म स्थलों को फिर से पवित्र किया जाता है।
2. सूतक के समय भोजन नहीं करना चाहिए। जल का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ग्रहण से पहले ही जिस पात्र में पीने का पानी रखते हों उसमें कुशा और तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए।
3 . ग्रहण के बाद पीने के पानी को बदल लेना चाहिए। अनेक वैज्ञानिक शोधों से भी यह सिद्ध हो चुका है कि ग्रहण के समय मनुष्य की पाचन शक्ति बहुत शिथिल हो जाती है। ऐसे में यदि उनके पेट में दूषित अन्न या पानी चला जाएगा तो उनके बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
4. चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया आदि से विशेष रूप से बचना चाहिए।