उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही मची हुई है। जिसके चलते इस आपदा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं। वही उत्तराखंड सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सबसे अपील की है कि पुराने वीडियो डालकर किसी प्रकार की अफवाह न फैलाएं।
वही चमोली में ग्लेशियर टूटने से मची भारी तबाही को लेकर प्रशासन पर अलर्ट है। किसी भी विपरीत स्थिति से निपटने के लिए उत्तराखंड सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिये हैं। साथ ही इस पूरे मामले को लेकर गृह मंत्रालय नजर बनाए हुए है। आईटीबीपी के रीजनल रिस्पांस सेंटर गोचर से एक बड़ी टीम मौके की ओर रवाना की गई है।
बता दे कि, उत्तराखंड सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि अगर आप प्रभावित क्षेत्र में फंसे हैं और आपको किसी तरह की मदद की जरूरत है तो आपदा परिचालन केंद्र के नम्बर 1070 या 9557444486 पर संपर्क करें। कृपया घटना के बारे में पुराने वीडियो से अफवाह न फैलाएं। वहीं एनडीआरएफ के 200 जवानों को भेजा गया है। आईटीबीपी के जवान जो चमोली के पास मौजूद थे, उन्हें भी मौके पर भेजा गया है। पर्वतारोही के जवानों को शामिल किया गया है, जो तुरंत पुल बनाने में माहिर हैं।
वही केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हुआ है और नदी का जल स्तर बढ़ने की सूचना मिली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी को इस संबंध में सहायता का आश्वासन दिया है। हम इस घटना पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।
आईटीबीपी के जवान बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इस बीच प्रशासन ने जानकारी देते हुए बताया कि चमोली त्रासदी में करीब 150 लोग लापता हैं जबकि अभी 10 शव बरामद किए गए हैं।