DAVV की डिजिटल पहल, छात्रों की समस्याओं का होगा ऑनलाइन समाधान, अगस्त में लॉन्च करेगा ऐप

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय अगस्त में छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म पर एक विशेष मोबाइल ऐप लॉन्च करने की तैयारी में है।

Abhishek Singh
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देवी अहिल्या विश्वविद्यालय छात्रों की समस्याओं के समाधान के लिए जल्द ही एक विशेष मोबाइल ऐप लॉन्च करने की तैयारी में है। संभावना है कि इस ऐप की शुरुआत अगस्त में नए शैक्षणिक सत्र के साथ की जाएगी। लॉन्च से पहले ऐप का 15 दिन का ट्रायल रन किया जाएगा, ताकि तकनीकी खामियों को समय रहते सुधारा जा सके और छात्रों को इसके इस्तेमाल में कोई असुविधा न हो।

फिलहाल इस ऐप का नाम तय नहीं किया गया है, लेकिन इसे एंड्रॉयड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव डॉ. विष्णुनारायण मिश्रा ने बताया कि यह ऐप विश्वविद्यालय स्तर पर विकसित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य छात्रों की विभिन्न समस्याओं का प्रभावी समाधान प्रदान करना है।

अलग-अलग परेशानी का मिलेगा ऐप में समाधान

सहायक कुलसचिव ने बताया कि इस ऐप में छात्रों की विभिन्न प्रकार की आम समस्याओं को शामिल किया जाएगा, जिनका वे अकसर सामना करते हैं। प्रत्येक समस्या की प्रकृति के अनुसार उसके समाधान के लिए एक निश्चित समय सीमा तय की जाएगी, जिससे शिकायतों का समय पर निराकरण सुनिश्चित हो सके और छात्रों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

छात्रों को मिलेगा डिजिटल सहारा

उन्होंने बताया कि जैसे ही छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश लेता है, वह इस ऐप का उपयोग कर सकेगा। यदि उसे हॉस्टल आवंटन में दिक्कत है, कक्षा संचालन में कोई समस्या है, पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं, परीक्षा या कॉपी मूल्यांकन से संबंधित कोई शिकायत है, या फिर मार्कशीट और डिग्री से जुड़ी कोई परेशानी है जैसे समय पर दस्तावेज़ न बनना या उनमें सुधार कराना, तो इन सभी मुद्दों के समाधान के लिए यह ऐप तैयार किया जा रहा है। इसे आगामी शैक्षणिक सत्र से पहले लॉन्च करने की योजना है।

DAVV का तकनीकी सहयोगी बना क्रिप्स

उन्होंने बताया कि यह ऐप एमपी ऑनलाइन के क्रिप्स के माध्यम से विकसित किया जा रहा है, जो एक सरकारी एजेंसी है। ऐप के विकास का अधिकांश कार्य पूरा हो चुका है और उम्मीद है कि इसे अगस्त मध्य तक लॉन्च कर दिया जाएगा। अगले सप्ताह से इसका इंटरनल ट्रायल रन शुरू किया जाएगा, जिसमें तकनीकी खामियों की पहचान कर उन्हें सुधारा जाएगा। इसके बाद ऐप को छात्रों के लिए औपचारिक रूप से जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्र एडमिशन के बाद अपने एनरोलमेंट नंबर से ऐप में लॉग इन कर सकेंगे।