Gold Price : अमेरिकी मंदी की आशंका से क्या 2025 में सोने की कीमत होगी 1 लाख 30 हजार के पार?

Gold Price के बढ़ने की संभावना के साथ, समय महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञ अस्थिरता से बचने के लिए चरणबद्ध निवेश की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कीमत 55,000 रुपये तक गिरने का अनुमान है, लंबी अवधि में दृष्टिकोण सकारात्मक है।

sudhanshu
Published:

Gold Price Hike Touches 1.30 Lakh Due To Trade Conflict, Gold Market Analysis Experts Predict : सोने की कीमत निवेशकों के लिए चर्चा का केंद्र बनी हुई है क्योंकि आर्थिक अनिश्चितताएं बढ़ रही हैं। एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, साल 2025 के अंत तक भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत 1.30 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। यह अनुमान अमेरिकी मंदी की आशंका और अमेरिका-चीन व्यापार तनाव के कारण है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, सोना 4,500 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है, जो इसे अस्थिर समय में सुरक्षित निवेश बनाता है। गोल्डमैन सैक्स के एक विशेष रिपोर्ट के आधार पर ये भविष्यवाणियां की गई हैं।

Gold Price क्यों बढ़ रही है?

Gold Price में वृद्धि के कई कारण हैं। अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध और नए टैरिफ ने मंदी की चिंताएं बढ़ा दी हैं, जिससे अमेरिकी डॉलर में भरोसा कम हुआ है। फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावना सोने की चमक बढ़ा सकती है, क्योंकि कम ब्याज दरें सोने जैसे गैर-लाभकारी सामानों को आकर्षक बनाती हैं। भारत में, सांस्कृतिक लगाव और त्योहारी मांग Gold Price को और बढ़ा रही है। 24 कैरेट Gold Price 10 ग्राम के लिए 95,510 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर है।

अमेरिकी मंदी का सोने की कीमत पर प्रभाव

अमेरिकी मंदी Gold Price को और बढ़ा सकती है। इतिहास बताता है कि आर्थिक संकट में सोना चमकता है, क्योंकि निवेशक स्थिरता चाहते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, यदि अमेरिकी अर्थव्यवस्था सिकुड़ती है, तो सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमत में उछाल आएगा, जो भारत के आयात-निर्भर बाजार को प्रभावित करेगा। मुद्रा में उतार-चढ़ाव इसे और महंगा बना सकता है। फिर भी, स्मार्ट निवेशकों के लिए बढ़ती Gold Price अवसर लाती है—सोने के ईटीएफ और सॉवरेन बॉन्ड भौतिक खरीद से बेहतर विकल्प हो सकते हैं।

क्या अब सोने में निवेश करना चाहिए?

Gold Price के बढ़ने की संभावना के साथ, समय महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञ अस्थिरता से बचने के लिए चरणबद्ध निवेश की सलाह देते हैं। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में कीमत 55,000 रुपये तक गिरने का अनुमान है, लंबी अवधि में दृष्टिकोण सकारात्मक है। सोने के साथ पोर्टफोलियो में विविधता लाना मुद्रास्फीति और भू-राजनीतिक जोखिमों से बचाव कर सकता है। 2025 नजदीक आते ही Gold Price पर नजर रखना जरूरी होगा।