देशभर में कोरोना संक्रमण के बीच ब्लैक फंगस का खतरा भी बढ़ता जा रहा है. ब्लैक फंगस अब तक करीब 26 राज्यों तक फ़ैल चूका है. जानकारी के अनुसार, देशभर में इस समय इसके लगभग 20 हजार मरीज इलाज करा रहे हैं. लेकिन बड़ी समस्या इसके इलाज में इस्तेमाल होने वाले इंजेक्शन की कमी की है. इसकी इतनी कमी है कि कुल मांग के 10 फीसदी के बराबर भी इंजेक्शन उपलब्ध नहीं हैं.
वहीं केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने सोमवार को जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित क्षेत्रों को एम्फोटेरिसिन-बी की अतिरिक्त 30,100 शीशियां या उपलब्ध कराई हैं. एम्फोटेरिसिन-बी का इस्तेमाल म्यूकोर्मिकोसिस के इलाज में किया जाता है. इस बीमारी को ब्लैक फंगस के नाम से भी जाना जाता है जो नाक, आंख, साइनस और कई बार मस्तिष्क को बुरी तरह प्रभावित करती है.
गौड़ा ने ट्विटर पर लिखा, ‘सभी राज्यों/केंद्रशासित क्षेत्रों और केंद्रीय संस्थानों को आज एम्फोटेरिसिन-बी की अतिरिक्त 30,100 शीशियां उपलब्ध की गईं.’ सरकार ने नए उपलब्ध के तहत महाराष्ट्र को सबसे ज्यादा 5,900 और गुजरात को 5,630 शीशियां उपलब्ध कराई हैं.