नई दिल्ली। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से साफ किया गया है कि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) पेमेंट पर ग्राहकों से किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में NPCI के सर्कुलर का हवाला देते हुए कहा गया था कि 1 अप्रैल से UPI पेमेंट पर इंटरचेंज चार्ज लगाए जाने की तैयारी की जा रही है। लेकिन ऐसा नहीं है अब NPCI की तरफ से साफ किया गया है कि UPI पेमेंट पर ग्राहकों से किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से साफ किया गया है कि ये चार्ज केवल मर्चेंट ट्रांजेक्शन पर लगेगा। ये नियम एक-दूसरे को पैसे भेजने या आम खरीदारी के दौरान पेमेंट करने पर लागू नहीं होगा। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि अगले महीने से 2000 रुपये से ज्यादा के यूपीआई भुगतान पर 1.1 फीसदी शुल्क देना होगा। लेकिन ऐसा नहीं है अब NPCI ने भी इस बात को साफ कर दिया है।
एनपीसीआई ने कहा है कि केवल प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स (पीपीआई) पर प्रस्तावित शुल्क लागू किया जाएगा। एक प्रेस रिलीज जारी कर एनपीसीआई ने कहा है कि UPI ग्राहकों के लिए मुफ्त है। जानकारी के लिए आपको बता दे कि, हर महीने बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स और कारोबारियों के लिए 8 अरब रुपये से अधिक लेन-देन बिल्कुल फ्री संसाधित किए जाते हैं।
NPCI की मानें तो यूपीआई के जरिये भुगतान आगे भी फ्री और आसान बना रहेगा। यह बयान मीडिया रिपोर्ट में चल रही उस खबर के बाद आया है जिसमें 2000 रुपये से ज्यादा के भुगतान पर 1.1 प्रतिशत का सर चार्ज लेने की बात कही जा रही थी। बता दे कि, बैंक से पैसा ट्रांसफर करने के लिए यूपीआई का काफी इस्तेमाल किया जाता है।