आयकर रिफंड के चक्कर में बड़ा फर्जीवाड़ा, जानें कैसे पकड़े जा रहे लोग

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ITR Refund Fraud : आयकर विभाग ने एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया है। कई लोग आयकर रिफंड पाने के लिए आयकर रिटर्न (ITR) में गलत जानकारी दे रहे हैं। विभाग ने बताया है कि लोग अपनी आय को कम बता रहे हैं, खर्चों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखा रहे हैं और यहां तक कि फर्जी खर्चों का भी दावा कर रहे हैं।

आयकर रिफंड के लिए फर्जीवाड़ा क्यों?

अधिकतर लोग आयकर रिफंड पाने के लिए ये सब कर रहे हैं। वे अपनी आय को कम बताकर और खर्चों को बढ़ाकर अधिक रिफंड पाने की कोशिश करते हैं। लेकिन, आयकर विभाग इन फर्जीवाड़ों को आसानी से पकड़ लेता है।

कैसे पकड़े जाते हैं फर्जीवाड़े?

आयकर विभाग आधुनिक तकनीक का उपयोग करके इन फर्जीवाड़ों को पकड़ता है। विभाग आपके बैंक खातों, क्रेडिट कार्ड के लेनदेन और अन्य वित्तीय जानकारी का विश्लेषण करता है। अगर आपकी आईटीआर में दी गई जानकारी इन रिकॉर्ड्स से मेल नहीं खाती है तो आप पर कार्रवाई की जा सकती है।

फर्जीवाड़े के क्या परिणाम होते हैं?

अगर आप आयकर रिटर्न में गलत जानकारी देते हैं तो आपको 50,000 रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। गंभीर मामलों में आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। आपकी साख खराब हो सकती है और आपको भविष्य में कर्ज लेने में मुश्किल हो सकती है।

कैसे बचें फर्जीवाड़े से?

अपनी आय और खर्चों की सही जानकारी दें। सभी दस्तावेजों को सुरक्षित रखें ताकि जांच के समय उन्हें दिखाया जा सके। अगर आपको आयकर रिटर्न भरने में कोई समस्या आ रही है तो किसी विशेषज्ञ की मदद लें।