भोपाल। मध्यप्रदेश में साल 2023 के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इससे पहले सभी राजनीतिक दल अपनी पकड़ मजबूत करने में लगे हुए हैं। एक तरफ प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी कई बड़े ऐलान कर रही है। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ भी पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं।
प्रदेश की शिवराज सरकार सभी को साधने के लिए कई बड़े ऐलान कर रही है। पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की महिलाओं के लिए ‘लाडली बहना योजना’ की शुरुआत की थी और अब सीएम शिवराज बेरोजगार युवाओं को सामने में लगे हुए हैं। आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ा निर्णय लिया गया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, सरकार बेरोजगार युवाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ शुरु कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि इस योजना की शुरुआत 7 जून से होगी। कैबिनेट ने इस योजना को मंजूरी दी है। इस योजना के तहत युवाओं को स्वरोजगार से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाएगा और प्रशिक्षण के दौरान मासिक भत्ता भी उपलब्ध कराया जाएगा।
12वीं पास, आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन वाले युवा इस योजना के पात्र होंगे। आईटीआई से लेकर हायर एजुकेशन कंप्लीट कर चुके युवाओं को प्रशिक्षण के दौरान 8 से 10 हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे। इस योजना के तहत 1 लाख युवाओं को शुरूआती दौर में लाभ दिया जाएगा। 18 से 29 साल के युवाओं के लिए योजना बनाई गई है।
योजना के तहत सरकार ने एक लाख बेरोजगारों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा है। इस योजना के तहत युवाओं को इच्छानुसार काम सीखने के साथ ही हर महीने निश्चित स्टायपेण्ड भी मिलेगा। यह स्टायपेण्ड 8 हजार रूपए से 10 हजार रूपए प्रतिमाह तक का रहेगा। यह योजना युवाओं के स्वाभिमान और सम्मान का प्रतीक बनेगी।