गोपनीय सूचना के आधार पर एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में, सरकारी रेलवे पुलिस (GRP) ने अगरतला रेलवे स्टेशन पर सात बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। चार महिलाओं और तीन पुरुषों वाले इस समूह ने कथित तौर पर अवैध तरीकों से भारत में प्रवेश किया था और वे ट्रेन से देश भर में विभिन्न गंतव्यों की यात्रा करने की योजना बना रहे थे।
हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान कलारोआ निवासी 24 वर्षीय इब्राहिम हुसैन, सतखीरा निवासी 32 वर्षीय सफीकुल इस्लाम, सतखीरा निवासी 22 वर्षीय मुसामद सलीना बेगम और उसका पांच वर्षीय बेटा समीम रेजे, सतखीरा निवासी 28 वर्षीय मोहम्मद शिमुल हुसैन, पबना निवासी 23 वर्षीय नूर नाहर जुमा, नरैल निवासी 24 वर्षीय तस्लीमा कानम और खुलना निवासी 19 वर्षीय मीनू खातून के रूप में हुई है। अगरतला जीआरपी ने इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और विदेशी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
अधिकारियों ने बताया है कि हिरासत में लिए गए लोगों को शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। इस घटना ने अवैध आव्रजन के मौजूदा मुद्दों और देश में अनधिकृत प्रवेश की निगरानी और नियंत्रण में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर किया है। जीआरपी अधिकारियों ने कड़ी निगरानी बनाए रखने और देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
इस तहर के बड़ रहीं घटना ने सीमा सुरक्षा के को बड़ते कदम के लिए याद दिलाई है। अवैध प्रवेश के आसपास की परिस्थितियों का पता लगाने और मानव तस्करी में शामिल किसी भी संभावित सूत्रधार या नेटवर्क की पहचान करने के लिए आगे की जांच चल रही है। जिसे लेकर कानून के कड़े नियम लागू होंगे।