पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में जांगीपुर स्थित एक सरकारी अस्पताल में शनिवार को एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई. जहां लोग कोरोना वायरस टेस्ट के लिए खुद ही अपना स्वैब सैम्पल जमा कर रहे थे. इस दौरान अस्पताल का कोई भी स्टाफ वहां मौजूद नहीं था. स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस मामले पर जांगीपुर अस्पताल से जवाब मांगा गया है.
यह जाने बगैर कि यह कैसे किया जाता है काफी संख्या में लोग खुद ही अपने गले से स्वैब लेते देखे गए, फिर स्लाइवा को जमा करने के बाद उसे एक ट्यूब में भी रखा. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान वहां अस्पताल का सिर्फ एक कर्मचारी मौजूद था, जो टेस्ट कराने आए लोगों का ब्योरा लिख रहा था.
एक महिला ने कहा, ‘मैंने अपना स्वैब सैम्पल खुद ही लिया. यह एक कठिन काम था, लेकिन दो से तीन कोशिशों के बाद मैं इसे करने में सफल रही. हालांकि मुझे नहीं पता कि मैंने स्वैब सैम्पल सही से जमा किया है या नहीं. मैंने सैम्पल को वहां रख दिया है.’ महिला ने कहा कि वह अपना कोरोना टेस्ट कराने के लिए आई थी क्योंकि उनकी मां कोरोना संक्रमित हैं. वहीं, टेस्ट कराने के लिए आ रहे लोगों का ब्योरा लिख रहे व्यक्ति ने दावा किया कि वह अस्पताल का ही एक कर्मचारी है.