सुबह की शुरुआत: आज ही के दिन मदर टेरेसा को दिया गया था शांति का नोबेल पुरस्कार

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मदर टेरेसा की जीवनी: मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को स्कॉप्जे में हुआ था। उनका जन्म अगेल और निकोलेना बोजा बोजू के घर में हुआ था। मदर टेरेसा का असली नाम अग्नेस गोंजा था, लेकिन उन्होंने जीवन की एक महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत 18 साल की उम्र में की जब वे कलकत्ता आईं। वह वहां एक नाना से मिलीं, और उन्हें गरीबी, बीमारी और असहाय लोगों की मदद करने की प्रेरणा मिली।

माता टेरेसा ने 1948 में कलकत्ता में ‘मिशनारीज ऑफ चेरिटी’ की स्थापना की, जिसका उद्देश्य गरीब, असहाय, और अस्पतालों में छोड़े गए बच्चों की देखभाल करना था।

नोबेल पुरस्कार:

मदर टेरेसा की अद्वितीय सेवा को मान्यता दिलाने के लिए, उन्होंने 1979 में शांति के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया। यह पुरस्कार उनकी महान सेवाओं की प्रशंसा करने के लिए था, और यह सबित करता है कि सेवा और प्यार की भावना से आप महान बदलाव ला सकते हैं.

अंतिम दिन:

माता टेरेसा का उनके सेवा और सद्गुणों के साथ जीवन भर संघर्षपूर्ण और महान रहा। वे 5 सितंबर 1997 को कलकत्ता में अपने 87 वर्षीय जीवन के आखिरी पलों में अगले सप्ताह में जाने के पहले दुनिया को छोड़कर चले गईं।

Beginning of the morning: On this day Mother Teresa was given the Nobel Peace Prize
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मदर टेरेसा ने अपने जीवन में गरीबों और असहायों की सेवा की और मानवता के महत्व को उनकी सेवा के माध्यम से प्रमोट किया। उनका नोबेल पुरस्कार उनकी महान सेवा को सराहना करता है और हमें याद दिलाता है कि हम सभी कुछ कर सकते हैं अगर हम मानवता के प्रति अपना सबसे अच्छा दरिया दें।