नितिनमोहन शर्मा
” अपने ही राज ” में गुरुवार को ” बजरंगी ” जमकर धूल गए। पीटने वाली पुलिस थी। घायल होने वालों में विश्व हिंदू परिषद के संगठन व विभाग मंत्री सहित दर्जनभर से ज्यादा बजरंगी हैं। मामला शहर में बढ़ते ड्रग के नशे और कारोबार के विरोध से जुड़ा हैं। पुलिस पर भी आरोप कि वो मोटा पैसा लेकर शहर में इस करोबार को बढ़ावा दे रही हैं। अब हिन्दू संगठन की तो इस पुलिसिया कार्रवाई पर भृकुटि तनी हुई हैं, भाजपा भी बिफर गई हैं।
पार्टी के नगर अध्यक्ष ने तो घटना के बाद से हिन्दू संगठन के पक्ष में न केवल मैदान पकड़ लिया, बल्कि सुबह 4 बजे तक एमवाय अस्पताल में डटे रहे। वही विधायक मालिनी गौड़ और आकाश विजयवर्गीय भी दोषी पुलिस वालों पर सख्त कार्रवाई के बयान के साथ बजरंग दल के साथ खड़े हो गए हैं। इस मसले पर शुक्रवार शाम विहिप की एक बड़ी बैठक आहूत की गई हैं। इस बैठक में कड़े आंदोलन की तैयारी की जाएगी जो तब तक चलेगा, जब तक पब, बार की आड़ में पनप रहे ड्रग के कारोबार पर पूरी तरह रोक नही लगती। बैठक में सरकार का भी प्रबल विरोध की रणनीति भी बनेगी।
गुरुवार शाम बजरंग दल ने पलासिया थाने का घेराव किया। मुद्दा संगठन के कार्यकर्ताओ पर लगाये मुकदमे को फर्जी करार देते हुए हटाने का था। संगठन के मुताबिक ये कार्यकर्ता नशे का विरोध कर रहा था। जिसके कारण पुलिस ने इसे जानबूझकर कानूनी धाराओं के फंसाया। संगठन का आरोप है कि पुलिस ड्रग माफिया के दबाव में आकर बजरंगियों पर झूठे प्रकरण दर्ज कर आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही हैं। मल्हारगंज थाने का भी उदाहरण दिया जहा पाटिल नाम के कार्यकर्ता पर पुलिस दबाव बना रही हैं। संगठन के मुताबिक कल का लाठीचार्ज भी पुलिस की उसी खीज का नतीजा है जो बजरंग दल के नशे के खिलाफ एक महीने से चल रहे आंदोलन के कारण उपजी हैं।
विधायक मालिनी गौड़, आकाश विजयवर्गीय बजरंग दल के समर्थन में सामने आए हैं। दोनो विधायको ने इस मामले में दोषी पुलिस वालों पर करवाई की मांग की हैं। नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने इस मसले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से रात में ही बात की। नगर उपाध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़ तो सीधे सीआई जेल जा पहुँचे जहा बजरंगियों को गिरफ्तार कर ले जाया गया था। वे एमवाय में भी घायलो के उपचार तक मौजूद रहे। भाजपा नेताओं के सामने आने से पुलिस और सरकार के समक्ष असमंजस की स्थिति हो गई हैं। चुनावी साल और मूड में आई सरकार के समक्ष लाठीचार्ज की घटना ने नया संकट खड़ा कर दिया हैं।
बवाल के पीछे भाजपा का कमाल खान..!!
विहिप के विभाग मंत्री राजेश बिंजवे पुलिस पिटाई का सबसे ज्यादा शिकार हुए। वे परिषद के संगठन मंत्री अभिषेक उदेनिया को पीटते देख उनको बचाने ऊपर लेट गए थे। बजरंग दल के संयोजक तन्नू शर्मा भी पिटाई के शिकार हुए। परिषद नेता राजेश बिंजवे ने इस पूरे मामले में भाजपा नेता कमाल खान और उसके बेटे माज खान पर आरोप लगाया। बिंजवे कि मुताबिक ड्रग के पीछे ये दोनों है लेकिन बार बार आंदोलन के बाद भी पुलिस इन पर कोई कार्रवाई नही कर रही। कमाल खान भाजपा का नाम लेकर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं और राजबड़ा जैसी जगह पर अवैध अतिक्रमण कर दुकान बनाकर बैठा है। पुलिस को सालभर से भी ज्यादा समय से हम इनके खिलाफ कार्रवाई करने को कह रहे हैं। उलटे पुलिस कमाल खान के दबाव में संगठन के सदस्यों पर मुकदमे दर्ज कर रही है क्योंकि ड्रग माफिया से मिलने वाली कमाई खत्म हो रही है।
आधी रात को एमवाय छोड़ भाग गई पुलिस
पुलिस ने लाठियां तो बरसा ली लेकिन लगता है उसे ये अहसास हो गया कि खेल बिगड़ गया। इसलिए वो गिरफ्तार कर के जिन नेताओ ओर कार्यकर्ताओ को लेकर गई थी, उन्हें मेडिकल के बहाने एमवाय लेकर आई और फिर गायब हो गई। घायल नेताओ ने काफी देर इंतजार किया लेकिन वापस ले जाने वाली पुलिस नजर ही नही आई। एमवाय में नगर अध्यक्ष रणदिवे ने मोर्चा संभाल रखा था। उनके तेवर देख हिन्दू संगठनों का उत्साह दूना हो गया था। पुलिस ने गुपचुप रवाना होने में ही भलाई समझी। बजरंग दल ने पलासिया टीआई को निशाने पर लेते हुए उन पर करवाई की मांग की हैं।
सीसीटीवी देखे, पता चल जाएगा पथराव कहा से हुआ
पुलिस का कहना है कि बजरंग दल की तरफ से पथराव हुआ इसलिए बल प्रयोग किया। जबकि बजरंग दल का कहना है हम तो जमीन पर बेठकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। सीसीटीवी में साफ नजर आ रहा है कि पत्थर चौराहे के पास बनी दो होटलों से आ रहे थे जिसमें नट बोल्ट जैसे घातक चीज भी थी। विहिप के बिंजवे ने कहा कि पुलिस की ये कार्रवाई प्रदेश सरकार को बदनाम करने के लिए की गई हैं। अधिकारियों की मनमानी का ये एक ओर सबूत हैं। दोषियों पर कार्रवाई नही हुई तो पूरे शहर में एक साथ आंदोलन छेड़ा जाएगा।