आयशा ए मलिक(Ayesha-e-Malik) पकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश बनने जा रही हैं। देश के न्यायिक आयोग ने उनके नाम को हरी झंडी दे दी है। और अब संसदीय समिति से मंजूरी मिलने के बाद वह पड़ोसी मुल्क पकिस्तान में पहली महिला न्यायाधीश बनने का गौरव हासिल करेगी।
आयशा का जन्म 3 जून 1966 को हुआ था कानूनी शिक्षा प्राप्त कर लेने के बाद इन्होंने अपना करियर कराची में फखरूद्दीन जी इब्राहिम एंड कंपनी से शुरू किया और 1997 से 2001 तक चार साल यहीं गुजारे। अगले 10 वर्षों तक अपनी लगन और कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने खूब नाम कमाया और कई मशहूर कानूनी फर्मों के साथ जुड़ी रहीं। इसके बाद 2012 में वह लाहौर उच्च न्यायालय में जज के तौर पर नियुक्त की गई।
हालांकि अपने निष्पक्ष और बेबाक फैसलों के कारण आये दिन चर्चा में रहने वाली आयशा की हालिया नियुक्ति का कुछ न्यायाधीशों और वकीलों ने विरोध भी किया है।