असदुद्दीन औवेसी हैदराबाद से सांसद है, और हैदराबाद लोकसभा सीट पर 40 साल से औवेसी परिवार काबिज है। उन्होंने कहा इस बार भी उन्हें जीत का पूरा भरोसा है। उनके विरोध में बीजेपी ने माधवी लता को चुनावी मैदान में उतारा है। औवेसी ने एक इंटरव्यू में कहा कि ‘जो दाढ़ी रखता है और टोपी पहनता है उसे बीजेपी के लिए खतरा माना जाता है। जो लोग देश की आजादी के लिए लड़ने के बजाय कायरों की तरह अंग्रेजों से माफीनामा लिखते रहे, वे हमें शांति के लिए खतरा बता रहे हैं। अमित शाह-योगी हमें पार्षद चुनाव में नहीं हरा सके तो लोकसभा चुनाव कैसे जीतेंगे।
उन्होंने आगे कहा, कि भाजपा देश के 60 प्रतिशत युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रही है। डॉलर आज 84 रुपये के ऊपर चला गया है. महंगाई बढ़ती जा रही है। पढ़े-लिखे लोग अच्छी नौकरी पाने के लिए भटक रहे हैं। इन सभी मुद्दों को छुपाने के लिए बीजेपी राम मंदिर को अपना मुद्दा बना रही है. वे सोचते हैं कि यह सब करके एक गरीब व्यक्ति अपने बच्चों की बेरोजगारी को भूल जायेगा। महंगाई भूल जायेंगे। चुनाव से पहले लोगों में नफरत का माहौल पैदा करने के लिए बीजेपी धार्मिक कट्टरता बढ़ा रही है। धर्म के नाम पर राजनीति करना बीजेपी का एजेंडा रहा है।
औवेसी ने आगे कहा कि, मोदी जी सबका साथ, सबका विकास कहकर लोगों की आंखों में धूल झोंकते हैं और विश्वास की बात करते हैं। आज अखबारों में बीजेपी के बड़े-बड़े विज्ञापन छपते हैं। इस पर लिखा है ‘मोदी की गारंटी’ क्या वे कभी अल्पसंख्यक की बात करते हैं?देश की आबादी में 22% अल्पसंख्यक हैं। बीजेपी अपने विज्ञापनों में कभी उनका नाम नहीं लिखती। इससे पता चलता है कि हिंदुत्व बीजेपी का एजेंडा रहा है और उनकी पार्टी इस पर काम करती रही है। CAA हिंदुत्व का एजेंडा है। तीन तलाक भी हिंदुत्व का एजेंडा है, यूएपीए को लेकर बीजेपी की सोच भी हिंदुत्व का एजेंडा है।