शिवराज सिंह के जाते ही लाडली बहना योजना से कम हुए 2 लाख नाम, विपक्ष ने मोहन सरकार को घेरा

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Ladli Bahana Yojana : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री का चेहरा बदल जाने के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि शिवराज सिंह चौहान के जाने के बाद लाडली बहना योजना का क्या होगा। मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना शुरू होने के बाद बहनों का प्यार जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को मिला इसका नतीजा विधानसभा चुनाव में सब देख चुके हैं।

हालांकि तमाम कयासों के बीच आज एक बार फिर प्रदेश की 1 करोड़ 29 लाख बहनों के खाते में लाडली बहना योजना की राशि ट्रांसफर की गई है। बता दें कि, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आज लाडली बहनों के खाते में सिंगल क्लिक के जरिए 1576 करोड़ रुपए की धनराशि ट्रांसफर की।

लाडली बहनाओं के खातों में पैसे भेजने के साथ ही सीएम ने कहा कि, मकर संक्रांति से पहले इस राशि के बहनों को मिलने से यह त्योहार उनके लिए सुखद और आनंददायी हो जायेगा। लेकिन इस बार लाडली बहनों की संख्या पहले की अपेक्षा 2 लाख काम हो गई है, जिसको लेकर अब विपक्ष ने प्रदेश सरकार पर हमला किया है।

बता दें कि, लाडली बहना योजना को लेकर नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाते हुए ट्विटर पर लिखा कि, नई सरकार ने घटाई 2 लाख लाडली बहना ! झूठे विज्ञापनों की सच्चाई। कर्ज का बोझ नहीं ढो पा रही विज्ञापन से बनी भाजपा सरकार। प्रदेश की लाखों लाडली बहनों से झूठ बोल कर वोट ले लिए और अब उन्हीं में से 2 लाख बहनों की छंटनी कर दी, जब सितंबर में शिवराज CM थे, तब लाडली बहनों की संख्या 1.31 करोड़ थी, अब नए CM मोहन यादव ने इस संख्या को छांटकर 1.29 करोड़ कर दिया है यानी 2 लाख तो नई सरकार बनते ही घटा दी।

सरकारी विज्ञापन इसका प्रमाण है, जनता खुद देखे, लोकसभा चुनाव के बाद ये संख्या कितनी बचेगी, ये तो नए CM मोहन यादव ही तय करंगे। नए CM क्यों चाहेंगे कि लाड़ली बहना के ‘प्यारे भैया’ शिवराज जी ही बने रहें और मोहन यादव आपकी योजना को कर्ज लेकर ढोते रहें! लाड़ली बहना योजना को लेकर लोगों की शंका गलत नहीं है कि CM बदलते ही इस योजना पर तलवार लटकी है। सरकार भले #BJP की है, पर CM का चेहरा तो नया है ! अब लाड़ली बहनों को भी समझ आ रहा है कि ये #BJP का चुनावी पाखंड था, जिसका रंग उतरने लगा है।