इंदौर। निपानिया क्षेत्र में 22 एकड़ पर विकसित इंदौर की प्रीमियम टाउनशिप अपोलो डीबी सिटी में एक भव्य और खूबसूरत मंदिर परिसर अपोलो धाम निर्मित किया गया है, जिसकी खासियत यह है कि इसका निर्माण भी अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर किया गया है। इस टाउनशिप में 900 से अधिक परिवार निवास करते हैं और लम्बे समय से टाउनशिप में मंदिर निर्माण की जरूरत प्रत्येक रहवासी द्वारा महसूस की जा रही थी। अपोलो डीबी सिटी रहवासी कल्याण संघ ने इस साल जून माह में मंदिर निर्माण करने का निर्णय लिया और रहवासियों से सहयोग राशि जुटाना शुरू की।
रहवासी कल्याण संघ के अध्यक्ष राजेश ज्वेल ने मंदिर निर्माण के इस संकल्प को पूरा करने की जिम्मेदारी ली और रेड स्टोन यानी लाल पत्थरों से इस मंदिर परिसर को निर्मित करवाया गया। राजस्थान के बंसी पहाड़पुरा के इन पत्थरों पर नक्काशी का काम भी वहीं के कारीगरों से करवाया गया और उसी पुरातन तकनीक से इस मंदिर परिसर को निर्मित करवाया, जिससे अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। यानी अपोलो डीबी सिटी के इस मंदिर परिसर अपोलो धाम में भी रेती, सीमेंट, सरिये , गिट्टी का कोई इस्तेमाल नहीं किया गया, सिर्फ फाउंडेशन में ही ये सामग्री इस्तेमाल हुई है।
लगभग 1200 स्क्वेयर फीट पर निर्मित अपोलो धाम में बीच के मुख्य मंदिर के साथ तीन सहायक छोटे मंदिर भी इसी पुरातन पद्धति से निर्मित किए गए। 28 अगस्त को मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया गया और मात्र साढ़े 3 माह की अल्प अवधि में खूबसूरत मंदिर परिसर ना सिर्फ निर्मित किया गया, बल्कि 15 दिसम्बर को स्थापित की जाने वाली देवी-देवताओं की सभी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भी कर दी गई। अपोलो धाम में सभी प्रमुख देवी-देवता विराजित किए गए हैं।
भगवान श्री गणेश के साथ राम दरबार, राधे कृष्ण, माँ दुर्गा, बाबा भोलेनाथ के साथ बाबा सांई की प्रतिमाएं स्थापित की गई है। इस मंदिर का संपूर्ण निर्माण राजस्थान से आए कुशल और दक्ष कारीगरों ने ही किया है। अभी 13 दिसम्बर से 17 दिसम्बर तक 5 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया, जिसमें हवन-पूजन और 6 पंडितों की टीम द्वारा विधि-विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा करवाई गई . इस महोत्सव का समापन रविवार, 17 दिसम्बर को भोजन प्रसादी यानी भंडारे के साथ सम्पन्न हो रहा है, जिसमें टाउनशिप के सम्पूर्ण रहवासी मय परिवार शामिल रहे।