नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा (sanyukt kisan morcha) ने एक बार फिर बड़े आंदोलन का ऐलान किया है। ये फैसला संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में हुई एक राष्ट्रीय बैठक में लिया है। इस बैठक में कई प्रदेशों के किसान संगठनों के पदाधिकारी शामिल हुए थे। अब 20 मार्च को दिल्ली कूच कर महापंचायत की तैयारी की जा रही है।
भारतीय किसान यूनियन (Bharatiya Kisan Union) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि नलकूपों पर किसी भी कीमत पर बिजली के मीटर नहीं लगने देंगे और न ही पुराने ट्रैक्टर बंद होने देंगे। नागपुर पॉलिसी चल रही है। बताया जा रहा है कि, किसान आंदोलन के दौरान सरकार ने जो किसानों से वादे किए थे, वो अभी तक पूरे ना होने की वजह से किसान दोबारा दिल्ली में एक महापंचायत की तैयारी करने जा रहे हैं।
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राकेश टिकैत ने कहा कि अधिकारियों ने कहा कि हम सरकार के कहने से आए हैं। उन्होंने कहा कि बिजली मीटर का बड़ा मुद्दा है। जबरदस्ती किसी किसान का मीटर नहीं लगेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेता युद्धवीर सिंह ने बताया कि किसानों की लंबित मांगों को लेकर किसान फिर से आंदोलन के लिए मजबूर हैं।
युद्धवीर सिंह ने कहा कि सरकार के एजेंडे में किसान नहीं हैं। हाल ही में सरकार ने देश का आम बजट पेश किया था। सरकार ने किसान की आय पर बजट में कोई चर्चा नहीं की। इसी दौरान मंच से राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि 20 मार्च को बड़ी महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसके लिए सभी किसान तैयार रहे।
जानकारी के लिए आपको बता दे कि, इससे पहले भी संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बड़ा आंदोलन किया था, जिसमे बड़ी संख्या में किसान पहुंचे थे। अब लोकसभा चुनाव से पहले एक बार फिर संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़े आंदोलन का ऐलान किया है। किसानों का कहना है कि, आंदोलन के दौरान जो मांगे हमने कि थी वह अभी तक पूरी नहीं हुई है, इस लिए हमें फिर से बड़े आंदोलन का ऐलान करना पड़ रहा है।
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