रचनात्मकता यानी क्रिएटिविटी क्या होती है, अगर यह जानना और सीखना है तो अमूल (Amul) के नियमित कार्टून जरूर देखें। दशकों से समसामयिक घटनाओं पर लगातार कार्टून (Cartoon) के रूप में सुख-दुख, हंसने-रोने, आने-जाने, खोने-पाने आदि मुद्दों पर अमूल की रचनात्मक अभिव्यक्ति आपका ध्यान जरूर खींचती है। यों तो इसके कार्टून खामोश होते हैं, लेकिन इनपर लिखे शब्दों में इतनी तेज आवाज होती है कि ये शानदार ढंग से अपना संदेश देने और प्रभाव डालने में सफल होते हैं। अब अगर बात करें मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नथ यानी केके के निधन की, तो इस पर अमूल ने बेहद भावनात्मक कार्टून बनाते हुए ऐसा विदाई संदेश दिया है, जो आपकी आंखों को नम कर जाएगा और केके के गानों के बोल आपके कानों में गूंजने लगेंगे।
Must Read : जंगल में बिकिनी पहन खुलेआम नहाती नजर आईं Shweta Tiwari, वायरल हुआ वीडियो
अपनी आवाज से सीधे लोगों के दिल में उतर जाने वाले केके अब इस दुनिया में नहीं रहे और उन्हें याद करते हुए अमूल ने अपने कार्टून में उन्हें लाइव पर्फार्म करते हुए डबल दिखाया है। बैकग्राउंड में म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स तो आगे दिखाए गए दो केके में, एक की मुट्ठी बंद और दूसरे का खुला हाथ, यानी जब इंसान जन्म लेता है तो उसकी मुठ्ठी बंद होती है और जब दुनिया से जाता है तो हाथ खुला होता है, जैसा संदेश भी बेहतरीन ढंग से दिया गया है। इतना ही नहीं पूरा कार्टून ब्लैक एंड वाइट है यानी केके को विदाई और श्रद्धांजलि दोनों दी जा रही है लेकिन उनकी तस्वीर में चेहरे पर पूरा जोश और आंखों में चमक साफ दिखाई दे रही है।
देश के पहले बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप पर अमूल द्वारा अपने आधिकारिक हैंडल से पोस्ट किए गए इस कार्टून में हमेशा की तरह सबसे ज्यादा ताकतवर वो शब्द हैं, जिनमें लिखा है- यारों… याद आएंगे ये पल……. अलविदा, केके (1968-2022)। यानी इन शब्दों से जहां केके खुद अपने दिल की बात कह रहे हैं, इसे देखने वाले भी केके को देखकर कह रहे हैं कि वाकई ये पल हमेशा याद आते रहेंगे।
https://www.kooapp.com/koo/amul_coop/d6a9377c-d591-493d-b849-67cd228873a8?image=img0
दरअसल, कोलकाता स्थित एक कॉलेज के महोत्सव में मंगलवार को गाने के दौरान अचानक केके की तबीयत बिगड़ने लगी थी। वहां मौजूद श्रोताओं के मुताबिक हॉल में केके को सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ आई थी और एयर कंडिशनर भी सही ढंग से काम नहीं कर रहा था, जिससे उन्हें घबराहट महसूस होने लगी। अपनी पर्फामेंस के दौरान केके को बेचैनी होने लगी और वह पसीना-पसीना हो गए। इसके बाद रात करीब साढ़े आठ बजे उन्हें होटल के कमरे में ले जाया गया और हालत बिगड़ती देख उन्हें अस्पताल ले जाया गया। लेकिन सुरों के इस सरताज ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही अंतिम सांस ले ली और सदा के लिए लब खामोश हो गए।