प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अजीत डोभाल को लगातार तीसरी बार अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) नियुक्त किया। उन्हें अगले पांच वर्षों के लिए कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। उन्होंने कुवैत में आग त्रासदी पर पीएम की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक में भी भाग लिया। जिसमें 42 भारतीयों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे।
केंद्र द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सोमवार प्रभावी रूप से श्री अजीत डोभाल, आईपीएस को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के साथ या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तक रहेगी।’ इसमें कहा गया है, उन्हें इस कार्यकाल कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिलेगा।
भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी डोभाल, जो 2005 में भारत की घरेलू जासूसी एजेंसी, इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख के रूप में सेवानिवृत्त हुए थे। मई 2014 में जब मोदी ने पहली बार पदभार संभाला था तब सुरक्षा पर सलाह देने के लिए मोदी की पहली पसंद थे। तब से डोभाल को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का श्रेय दिया जाता है। शांति काल के लिए दूसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
डॉ. पी.के. मिश्रा को प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के रूप में मंजूरी मिली है। उनकी नियुक्ति प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान होगी। उन्हें वरीयता तालिका में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया जाएगा।