अग्निपथ प्रोटेस्ट – छात्र संगठनों ने किया भारत बंद, उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के लिए दिए प्रशासन ने आदेश

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केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में विभिन्न छात्र संगठनों ने मिलकर आज भारत बंद का एलान किया है जिसका कई विपक्षी पार्टियों द्वारा मौन समर्थन किया जा रहा है । बीते दिनों के हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन व आगजनी की घटनाओं को देखते हुए इस भारत बंद के एलान के बीच प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। विशेष सुरक्षा इंतजाम देश के विभिन्न राज्यों में लागू कर दिए हैं। किसी भी प्रकार की हिंसा व आगजनी की घटनाओं को अंजाम देने वालों उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के आदेश प्रशासन द्वारा दिए गए हैं।

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दिल्ली के जंतर-मंतर पर 1000 छात्रों का विरोध प्रदर्शन

इस भारत बंद के एलान के बीच ही केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में आज दिल्ली के जंतर मन्तर पर छात्र संगठनों ने धरनाप्रदर्शन का भी एलान किया है। पुलिस प्रशासन ने इस धरने प्रदर्शन के लिए 1000 व्यक्तियों की इजाजत दी है। वहीं हिंसात्मक विरोध प्रदर्शन , आगजनी , सरकारी सम्पत्तियों को नुकसान पहुँचाने आदि आपराधिक गतिविधियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही के भी प्रशासन ने सख्त निर्देश दिए हैं।

उपद्रवी नहीं बन पाएंगे अग्निवीर ,हिंसा आगजनी करने वालों पर होगी कड़ी कार्यवाही

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केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध पुरे देशभर में आग की तरह फैलता जा रहा है। बिहार के बीस जिलों सहित दिल्ली ,उत्तरप्रदेश और भारत के अन्य कई राज्यों के शहरों में इस योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। हिंसा व आगजनी की कई घटनाएं अलग-अलग जगहों पर देखी जा रही हैं। रविवार को सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रेस कांफ्रेंस में मिडिया के प्रश्नों के उत्तर देते हुए बताया कि अग्निपथ योजना में भर्ती हुए अग्निवीरों को सेवा के पश्चात बिलकुल भी अकेला नहीं छोड़ा जाएगा , सेना अपने किसी भी व्यक्ति को कभी अकेला नहीं छोड़ती अग्निवीरों का भी पूरा ध्यान सेना द्वारा दिया जाएगा । परन्तु किसी प्रकार के उपद्रव में शामिल छात्रों के लिए सेना में कोई जगह नहीं है और वे अग्निवीर बनने के योग्य नहीं हैं।