मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के मतदान पूर्ण हो जाने के बाद, सभी जिलों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनें स्ट्रांग रूम में जमा की गई हैं। ये मशीनें तीन दिसंबर को मतगणना से पहले अभ्यर्थियों की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम से बाहर निकाली जाएंगी। सुरक्षाकर्मी सीसीटीवी लगाने के साथ इन मशीनों का निगरानी से ध्यान रख रहे हैं।
जानकारी के अनुसार स्ट्रांग रूम में बिना अनुमति कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता है। अगर किसी कारण से प्रवेश करना पड़ता है तो सभी राजनीतिक दल और अभ्यर्थियों को पहले सूचना दी जाएगी। वही इसकी पूरी वीडियोग्राफी कराई जाएगी।
दलों की मांग: लाइव लिंक दी जाए
वही अब कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मांग की है कि स्ट्रांग रूम में लगे कैमरों की लाइव लिंक प्रत्याशियों को दी जाए। दल का कहना है कि इन मशीनों की देखरेख करने की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है, और उन्हें लगातार नजर रखने का अधिकार होना चाहिए। वही उनका कहना है की स्ट्रांग रूम में रखी मशीनों की देखरेख करने की जिम्मेदारी एवं अधिकार प्रत्याशियों की भी है, इसलिए उन्हें लिंक दी जाए ताकि वे लगातार नजर रख सकें।
कांग्रेस ने इसके साथ ही मतदान प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर नहीं मिलने वाले कर्मचारियों के लिए डाक मतपत्र जारी करने की मांग भी की है। उन्होंने इसे पारदर्शिता की दृष्टि से आवश्यक माना है।