महाराष्ट्र पॉलिटिक्स में एनसीपी के अध्यक्ष पद से हटने और बनने को लेकर अब स्थिति साफ हो गई है। शरद पवार ने खुद बताया है कि वे एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। अपने फैसले को वापस लेते हुए उन्होंने इसके पीछे का कारण भी बताया है। पवार ने बताया कि अध्यक्ष पद को संभालने के लिए सभी कार्यकर्ताओं ने उनसे गुजारिश की है। वहीं पवार उनकी भावनाओं को आहत नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया है। पवार ने बताया कि अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं और एनसीपी के दिग्गज नेताओं के कहने के बाद उन्होंने सभी की भावनाओं का ध्यान रखते हुए अपना यह फैसला बदला है।
बता दें कि शरद पवार ने एनसीपी के अध्यक्ष पद से 2 मई को इस्तीफा दे दिया था। वहीं, इसके बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने पवार के इस फैसले का जमकर विरोध किया। जबकि पार्टी के नेताओं ने भी पवार से अपना फैसला वापस लेने की अपील की, जिसके बाद पवार ने नए अध्यक्ष चुनने के लिए एक समिति भी गठित की। लेकिन, पवार के इस फैसले को समिति ने सर्व सहमति के साथ खारिज कर दिया। वहीं, इसकी सूचना पवार तक पहुंचा दी गई, जिसके कुछ समय बाद पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान अपने फैसले को वापस से लेने का ऐलान किया।
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पवार ने मीडिया को क्या कहा?
मीडिया से बातचीत में पवार ने कहा है कि कई सालों से मुझे सेवा करने के बाद लगा की अब मुझे इस पद से रिटायर हो जाना चाहिए। इसलिए 2 मई 2023 को मैने एनसीपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा इस्तीफा लेने का फैसला किया। लेकिन, इससे पार्टी के पदाधिकारियों को दुख पहुंचा हैं। वहीं, कार्यकर्ताओं, उनके हितेषियों और पार्टियों के सीनियर नेता ने फैसले को वापस लेने का आग्रह किया है। वहीं मैं सभी की भावनाओं का अनादर नहीं कर सकता हूं। मैं एनसीपी के अध्यक्ष पद से रिटायर होने के फैसले को वापस ले रहा हूं। वहीं यह माना जा रहा है कि पवार के इस फैसले एक तीर से कई निशाने लगाएं हैं।