मालवा मिल, जूनी इंदौर एवं अन्य मंदिरों के बाहर बैठने वाले लोगों पर चलाया गया कॉउन्सिलिंग का अभियान, कलेक्टर ने दिए निर्देश

Shivani Rathore
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इंदौर l शनिवार को मालवा मिल, जूनी इंदौर, जवाहर मार्ग, मल्हारगंज और जिला कोर्ट के सामने के शनि मंदिरों के बाहर बैठने वाले लोगों पर टीम द्वारा सर्वे और काउंसलिंग का अभियान चलाया गया। पूर्व के सर्वे के अनुसार, शनि मंदिरों पर भिक्षुओं की अधिकतर संख्या अहिरखेड़ी नाथ मोहल्ला और इंदौर की सीमा में रहने वाले लोगों की हुआ करती थी, लेकिन अब बेटमा रावत, देवगुराड़िया से भी यहां भिक्षावृत्ति कर रहे हैं। कलेक्टर आशीष सिंह के नेतृत्व में चलाए गए अभियान से शहर के लोगों में भीख मांगने का डर कम हुआ है और सुधार भी दिख रहा है। अब से भिक्षावृत्ति करने वालें रोज़गार व नौकरी हेतु प्रेरित हो रहे है ।हालांकि, भिक्षा देना ही दान मानने वाले कुछ लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है कि भिक्षा नहीं, शिक्षा देकर लोगों को समाज में सम्मानपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित करें । भिक्षावृत्ति तिमोर शामिल लोगों पर तो अंकुश लगा लेंगे, लेकिन अब उन्हें भी समझने की आवश्यकता है जो भिक्षा देकर इस अभिशाप को बढ़ावा दे रहे हैं। कई लोग समझाने पर बहस करते हैं, उन्हें यह मानने में समस्या होती है कि भीख देना भी ग़लत है।

इसलिए आओ, हम सब मिलकर इस संकल्प को लेकर आगे बढ़ें कि भिक्षा नहीं, शिक्षा देकर लोगों को समाज में सम्मानपूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित करें। मंदिरों के बाहर बैठे लोगों को भिक्षा देने से ईश्वर प्रसन्न नहीं होंगे, बल्कि भिक्षुओं को शिक्षा, रोजगार और समाज में सम्मान पाकर जीने में सहायता करके ही भगवान को प्रसन्न किया जा सकता है।