इंदौर : मध्यप्रदेश के किसान मंत्री कमल पटेल ने आज इंदौर में मिडिया के सामने दावा किया कि प्रदेश सरकार ने किसानो के लिए जो काम किया है वह देश की किसी भी राज्य सरकार ने नहीं किया है। जब उनसे पूछा कि शिवराज सिंह चौहान जब से मुख्यमंत्री बने हैं तब से अभी तक कितने किसानों ने फसल खराब होने या कर्ज के कारण आत्महत्या की है तो पटेल ने कहा कि इसका आंकड़ा अभी मेरे पास नहीं है। मैं पूछ कर बता दूंगा। अब किसान आत्महत्या नहीं कर रहे हैं, क्योंकि उनके लिए खेती फायदे का धंधा बनती जा रही है। शिवराज ने नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर प्रदेश में किसानों के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं शुरू की।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया। किसानों की आत्महत्या को लेकर पटेल बोले की आत्महत्या तो अमेरिका में भी लोग करते हैं। किसान अब अपने आपसी झगड़े या व्यक्तिगत कारणों से ही आत्महत्या कर रहे हैं। सरकार के कारण दुखी होकर किसान आत्महत्या नहीं कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को पटेल ने नाग बताया तो उनसे पत्रकारों ने पूछा कि सपेरा कौन है तो बोले कि सपेरा दिग्विजय सिंह है।
सपेरे ने नाग को डस लिया। कमलनाथ सरकार दिग्विजय सिंह ने गिराई है। ज्योति सिंधिया को भगाने के चक्कर में कांग्रेस की सरकार चली गई। जब उनसे पूछा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा चुनाव हार गई थी, तो कहने लगे कि एंटी इनकंबेंसी थी। जब उनसे पूछा कि एंटी इनकंबेंसी मुख्यमंत्री के खिलाफ या सरकार के, इसका जवाब नहीं दिया। जब उनसे पूछा कि आप मुख्यमंत्री कब बनोगे तो कहने लगे मुझे जो पार्टी ने काम दिया है। वह मैं अच्छे तरीके से कर रहा हूं।
इंदौर की चोइथराम सब्जी मंडी की दुकानों में हुई गड़बड़ी को लेकर पटेल ने कहा कि मैंने जांच के आदेश दे दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद अफसरों पर कार्रवाई होगी। दुकानों का आवंटन नियमानुसार होगा। पटेल ने कहा कि अब किसानों के खाते में सीधा पैसा जाता है। कोई भी बिचोलिया पैसे नहीं ले सकता। हम हर योजना की समीक्षा करते हैं। गांव में जाकर किसानों से पूछो कि उनको शिवराज सरकार कितना फायदा दे रही है। 2020 में जिन किसानों को फसल का नुकसान हुआ था, उनको अगले महीने से मुआवजा मिलना शुरू हो जाएगा। अभी जो फसल का नुकसान हुआ है। उसके लिए सर्वे शुरू कर दिया है। रिपोर्ट आने के बाद उन किसानों को भी मुआउजा मिलेगा।