देहरादून: उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भले ही अपनी कमर कस रखी हो लेकिन प्रत्याशियों को लेकर विरोध के भी स्वर सुनाई दे रहे है। ताजा मामला दिग्गज नेता हरीश रावत का है। बताया गया है कि रावत की सीट इसलिए बदली गई है क्योंकि उनका विरोध हो रहा था। बता दें कि रावत को पहले रामनगर से टिकट दिया गया था लेकिन उनकी सीट बदलते हुए लालकुंआ कर दी गई है। बीते बुधवार की देर रात ही पार्टी ने 10 उम्मीदवारों की सूची जारी की है।
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रावत के लिए सेफ था रामनगर
पार्टी सूत्रों का कहना है कि रामनगर से यदि रावत चुनाव लड़ते तो उन्हें जीत मिलने की पूरी संभावना थी। कुल मिलाकर रामनगर उनके लिए सेफ था, लेकिन बताया गया है कि इस सीट को रणजीतसिंह रावत छोड़ना नहीं चाहते है और ऐसी स्थिति में टकराव हो सकता था, लिहाजा रावत को अब लालकुंआ से उम्मीदवार बनाया गया है।
महेंद्र सिंह को टिकट
रामनगर सीट से पार्टी ने महेंद्र सिंह को टिकट दिया है। रामनगर सीट के दूसरे दावेदार कहे जाने वाले रणजीत रावत को सल्ट से टिकट दिया है। रावत की बेटी अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण सीट से प्रत्याशी बनाया गया है। इससे पहले, कांग्रेस ने पहली सूची में 53 और दूसरी सूची में 11 उम्मीदवार घोषित किए थे। हरक सिंह रावत की पुत्रवधू अनुकृति को कांग्रेस ने लैंसडाउन से टिकट दिया है। हरक सिंह और अनुकृति 22 जनवरी को कांग्रेस में शामिल हुए थे।