इंदौर : इंदौर ने स्वच्छता में देश में सिरमौर बन कर सभी को गौरवान्वित किया है। अब उसी श्रृंखला में रहने के लिए देश का सबसे सुरक्षित शहर भी बने। पुलिस कमिश्नरी प्रणाली के बाद यह मेरी ही नहीं अपितु इंदौर के सभी नागरिकों की भावना है। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज रेसीडेंसी कोठी में पुलिस कमिश्नर श्री हरिनारायणचारी मिश्र और एडिशनल पुलिस कमिश्नर श्री मनीष कपूरिया के साथ बैठक में यह बात कही।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि इंदौर में पुलिस के साधन और संसाधन बढ़ें। पुलिस कमिश्नरी संरचना का सुदृढ़ीकरण हो। इस बाबत गत दिवस इंदौर आए गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा से उनकी विस्तार से चर्चा हुई है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा पर पुलिस को सख़्त होना चाहिए। गुंडों को पुलिस कड़ा सबक़ सिखाए। पुलिस का सूचना तंत्र परिणाममूलक बने और ड्रग्स नशे जैसी बुराइयों पर कठोर से कठोर कार्यवाही हो। श्री सिलावट ने कहा कि पुलिस जनसुनवाई का भरोसेमंद तंत्र विकसित करें। आम आदमी अपनी समस्या एक निर्धारित और निश्चित फ़ोरम पर बता सके, ऐसा जतन पुलिस को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संवाद, सुनवाई और सुशासन हमारा मंत्र होना चाहिए।
मंत्री श्री सिलावट ने शहर में गठित विभिन्न शांति समितियों से संवाद और पुलिस कमिश्नरी प्रणाली लागू होने के बाद उनके सुझाव लिए जाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि कोविड अनुकूल व्यवहार के पालन में पुलिस की महती भूमिका है। नगर निगम और प्रशासन के साथ पुलिस भी इस संबंध में अपनी भूमिका निभाए।
बैठक में पुलिस कमिश्नर श्री हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा कि इंदौर में ड्रग्स के एडिक्ट के लिए एक बड़ा और व्यवस्थित पुनर्वास केंद्र संचालित होना बेहद ज़रूरी है। एडिशनल पुलिस कमिश्नर श्री मनीष कपूरिया ने बैठक में कहा कि इंदौर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की और विस्तार की आवश्यकता है। शहर में 25 लाख से अधिक गाड़ियां हैं, ऐसे में सार्वजनिक वाहनों के उपयोग को बढ़ावा देना चाहिए। श्री कपूरिया ने बताया कि यातायात की सफलता के लिए पुलिस ने मास्टर प्लान तैयार कर लिया है।