विजय अड़ीचवाल
आज बुधवार, पौष शुक्ल दशमी तिथि है।
आज भरणी नक्षत्र, “आनन्द” नाम संवत् 2078 है
-( उक्त जानकारी उज्जैन के पञ्चाङ्गों के अनुसार है)
-भवन के दक्षिण और पूर्व की दिशा में सड़क महिलाओं के संगठन या संस्थान के लिए शुभ होती है।
-दुकान या भवन के दक्षिण एवं पश्चिम में सड़क व्यापारियों के लिए शुभ होती है।
-त्रिकोण व गोल भूखण्ड अशुभ होते हैं।
-साधना कक्ष के दक्षिण – पश्चिम कोने में द्वार नहीं होना चाहिए।
-साधना कक्ष में दर्पण नहीं लगाना चाहिए।
-साधना कक्ष में साधक की बैठक दरवाजे के ठीक सामने नहीं होना चाहिए।
-साधना कक्ष ईशान कोण में होना चाहिए।
-किसी भी शयन कक्ष के नीचे कमरे में पूजा घर नहीं होना चाहिए।
-पूजा घर ठोस धरातल पर होना चाहिए।