भोपाल। सोमवार को महामारी कोरोना की समीक्षा बैठक हुई। इस बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj) ने अधिकारियों को निर्देश दिए है। सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने कहा कि, कोविड केयर सेंटर सक्रिय रहे जरूरत पड़ने पर तमाम इंतज़ाम उपलब्ध रहे। वही होम आइसोलेशन में जो हैं, उनसे रोज दो बार बात की जाये। हालचाल जाना जाए और इसके साथ ही हमारा सिस्टम पूरी तरह एक्टिव हो जाये। हालांकि अभी स्थिति चिन्ताजनक नही है, लेकिन केस बढ़ रहे है।
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बैठक में सीएम शिवराज ने कहा कि 16 तारीख को 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का हंड्रेड परसेंट वैक्सिनेशन हो जाये। ये हमारा टारगेट है। इसके साथ ही पूरे प्रदेश में रोजाना हो रहे कोविड टेस्ट ठीक से होने चाहिए, आंकड़े ठीक ढंग से उसी दिन के आये , ताकि स्थिति का आंकलन वास्तविक ढंग से किया जा सके।इसके साथ ही सीएम ने मास्क को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मास्क को लेकर कड़ाई से पालन हो, अनावश्यक प्रतिबंध न लगाएं, जब जरूरत पड़ेगी तो तुरन्त कदम उठाएंगे। स्कूल भी अभी 50 परसेंट से चलने दें, स्कूल अभी बंद न किए जाए। बड़े मेलों पर रोक लगा दी गई है।
वही प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से फसलों को जो नुक्सान हो रहा है उसपर भी समीक्षा बैठक में बातचीत हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शीघ्र फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने का निर्देश दिया है। बैठक में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रभारी मंत्री अपने प्रभार जिलों को देखेंगे, इसके साथ ही सभी कलेक्टर कमिश्नर को निर्देश दिया है कि ओलावृष्टि या अतिवृष्टि के कारण फसलें प्रभावित हुई हैं, प्रभावित गांव का सर्वे यथाशीघ्र पूरा किया जाए, शीघ्रता के साथ सर्वे कार्य खत्म करें।
उन्होंने कहा कि, मुआवजे और भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ कर, सुनिश्चित कर दें कि वह वितरित होना शुरू हो गया है। सर्वेक्षण में, जनता की संतुष्टि भी आवश्यक है, सर्वे पूरी प्रमाणिकता और ईमानदारी के साथ हो, ध्यान रहे, सर्वे घर बैठे न हो जाये। सर्वे में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। जिनका नुकसान हुआ है, वो छूटे ना और जहां नुकसान नहीं हुआ है वो शामिल ना हों। जो नुकसान हुआ है उसके आधार पर ही अंतर विभागीय संयुक्त दल का गठन किया जाए। जिसमें राजस्व विभाग के साथ, कृषि, पंचायत, ग्रामीण विकास के अधिकारी कर्मचारी सम्मिलित हों।
साथ ही सीएम शिवराज ने निर्देश दिए कि, सर्वे कार्य पूरा होने के बाद प्रभावित किसानों की सूची समस्त ग्राम पंचायतों के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाए तथा ग्रामवासियों को पढ़कर सुनाई जाए, सर्वेक्षण के दौरान संबंधित कृषक, और जनप्रतिनिधियों को भी विश्वास में लिया जाए, हमारे कई जगह विधायक साथीगण, सांसद साथीगण, प्रभारी मंत्री, कृषि मंत्री भी जाएं, उन्हें विश्वास में लेकर कार्य करें, प्रभावित गांव का सर्वे करने हेतु आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करें। कलेक्टर ओलावृष्टि प्रभावित गांव की प्रतिदिन मॉनिटरिंग करें, कमिश्नर भी समय सीमा के भीतर सर्वे पूर्ण कर, मुआवजे का भुगतान सुनिश्चित करें, कृषकों को मुआवजे का भुगतान सीधे उनके खाते में किया जाए, मुख्यमंत्री के नाते मैं, स्वयं किसानों के प्रति संवेदनशील हूं, संकट की ये घड़ी है, संकट की इस घड़ी में हम किसानों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं।