उज्जैन: उज्जैन के महाकाल मंदिर में नियमो का पालन कराने का हवाला देने वाले मंदिर के ही अधिकारी किस तरह से धज्जियां उड़ाते है इसका ताजा उदाहरण उस वक्त आया जब मंदिर के एक सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने एक साथ 40 श्रद्धालुओं को फ्री फोकट में महाकाल के दर्शन करा दिए।
दरअसल मंदिर के नियमों के अनुसार इन सभी श्रद्धालुआंे को प्रोटोकाल के तहत सौ या ढाई सौ रूपए की टिकट कटानी थी लेकिन सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरपी गेहलोत ने सामान्य लाइन से 40 दर्शनार्थियों को नंदी हॉल काउंटर के पास से विपरित दिशा में प्रवेश कराकर दर्शन करा दिए। जबकि जिस गणपति मंडपम की पहली रैलिंग में दर्शन करने वालों को प्रोटोकाल के हिसाब से सौ या ढाई सौ की रसीद मंदिर के काउंटर से कटवानी पड़ती है लेकिन मंदिर के उक्त अधिकारी ने अपने प्रभाव का दुरूपयोग किया। इसका विरोध वहां तैनात सुरक्षा गार्ड ने किया था लेकिन अधिकारी ने उसे धकिया कर अंदर प्रवेश करा दिया। हालांकि अब गार्ड ने इस मामले की शिकायत प्रशासक गणेश धाकड़ से की है।