पुलिस थाना हीरानगर ने चंद घण्टों के अंदर ही नकली अपहरण का पर्दाफाश करनें में सफलता प्राप्त की है।
घटना इस प्रकार है कि दिनांक 05.01.2022 को सूचनाकर्ता रिंकू पिता अशोक कुमार गांगुली उम्र 42 वर्ष निवासी प्रिंस सिटी जिला इंदौर द्वारा थाने पर उपस्थित होकर बताया कि मेरी बहन अलीशा पति संजय राय उम्र 35 वर्ष मेरे पडोस में ही रहती है, जो कि खातीपुरा में एम्ब्रॉइडरी का कार्य करती है। सुबह हर रोज की तरह खातीपुरा स्थित कारखाने पर काम पर गई थी दिन में मेरे द्वारा अलीशा को फोन लगाया गया तो उसका फोन बंद आ रहा था। फिर आज शाम को अलीशा ने मुझे स्वयं के फोन से कॉल किया और बताया कि तीन अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा फिरौती के लिए मुझे किडनेप कर लिया है और किसी सूनसान स्थान पर रख रखा है तथा रुपए मांग रहे हैं। और बोली कि आप मुझे फोन मत करना मैं खुद आपको कॉल करूंगी। मेरी बहन अलीशा का किसी ने फिरौती के उद्देश्य से अपहरण किया है ।
सूचना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना हीरानगर पर अपराध क्रमांक 15/22 धारा 364 ( क ) भादवि का पंजीबद्ध किया जाकर विवेचना में लिया गया तथा वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना पर से अवगत कराया जाकर तत्काल अलग अलग पुलिस टीमो को गठित किया जाकर संदिग्ध स्थानों पर रवाना किया गया। घटनास्थल के आसपास के क्षेत्र के सी.सी.टी.वी. कुछ विरोधाभासी बाते मिलीं। पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये तथा आस – पास की कालोनियों में सघनता से पूछताछ की गयी। जानकारी के आधार पर पुलिस टीम के द्वारा ग्राम साका थाना चैनपुर जिला खरगोन में पता करने पर अपहर्ता वहां पर भी नहीं मिली। पुलिस टीम द्वारा मनोवैज्ञानिक तरीके से दबाव बनाया तो अपहर्ता अलीशा नें देर रात भंवरकुंआ थाना आकर फिर नई झूठी कहानी बनाने की कोशिश की। तब तक हीरानगर पुलिस में दिलीप उर्फ धुलीचन्द्र पिता गुलाबचन्द्र शोले नि हाल सफेद मंदिर के पास जिला इंदौर को पकड़कर तत्पश्चात अलीशा को दस्तयाब कर लिया । तब अलीशा ने 04-05 लाख के कर्जे परेशान होकर स्वयं के अपहरण किये जाने की झूठी कहानी बनाने की बात स्वीकार की। अलीशा की योजना फिरौती से मिली रकम से कर्जे चुकाने की थी। उक्त प्रकरण में समस्त टीम को नगद ईनाम से पुरस्कृत किया जावेगा।
उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी थाना हीरानगर श्री सतीश पटेल, उनि कमल किशोर, उनि. शिवराज सिंह ठाकुर, सउनि किशनलाल, प्र.आर. विनोद पटेल, आर. इमरत यादव, आर. विशाल जादौन, आर. विकाश बछानिया, आर. जितेन्द्र गोयल, आर. मुकेश जादौन, आर. जय सिंह गौर की सराहनीय भुमिका रही।