पीएम मोदी की सुरक्षा हमेशा सुरक्षा-एजेंसियों के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती रहती है। उनके हर काफिले में सुरक्षा-एजेंसी जमीन से लेकर आसमान तक चप्पे-चप्पे पर नजर रखती है। अभी हाल ही में पंजाब में पीएम मोदी के काफिले के साथ बड़ी चूक हो गई। जिसके चलते पूरी सुरक्षा उनकी सिक्योरिटी एजेंसी द्वारा की गई। आपको बता दे, पीएम मोदी को Z+ सिक्योरिटी की कैटेगिरी में रखा जाता है। आपने भी सुना ही होगा ज़ेड प्लस सिक्योरिटी शब्द।
दरअसल, ये सिक्योरिटी खास तौर पर नेता या राजनेता के दौरे के समय सरकार की ओर से दी जाती है। उनके काफिले के समय X, Y, Z और Z+ सिक्योरिटी के साथ उन्हें रखा जाता है। आज हम आपको बताने जा रहे है X, Y, Z और Z+ सिक्योरिटी के मायने। साथ ही ये भी बताने वाले है कि इस सिक्योरिटी में क्या इंतजाम किए जाते हैं। तो चलिए जानते है –
जानकारी के मुताबिक, राजनेताओं और बड़े अधिकारियों की सेफ्टी के लिए 4 तरह की सुरक्षा दी जाती है। इनमें X, Y, Z और Z प्लस सुरक्षा शामिल है। इन सुरक्षा में सबसे अच्छी और बड़ी सुरक्षा Z प्लस होती है। इस सुरक्षा को ज्यादातर केंद्र सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री, न्यायाधीश, मशहूर राजनेता व बड़े ब्यूरोक्रेट्स को दी जाती है। इसके लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च सरकार करती है।
बता दे, इस सुरक्षा में सबसे पहले SPG तैनात होते हैं। लेकिन अब तक ये स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप सुरक्षा पीएम मोदी को ही दी गई है। इसको लेकर संसद ने कानून पास किया है। जिसके बाद से देश के प्रधानमंत्री को एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी।
क्या है X, Y, Z और Z+ सिक्योरिटी ?
बता दे, मुख्यतौर पर 4 कैटेगरी सिक्योरिटी को बाटा गया है। इसमें सबसे बड़ी Z+ सिक्योरिटी होती है। ऐसे में पीएम मोदी को Z+ के साथ स्पेशल एसपीजी कवर किया जाता है। वहीं X कैटेगरी सबसे नार्मल और बेसिक सिक्योरिटी माना जाता है। इसमें सिर्फ दो पुलिस कर्मियों के साथ सिक्योरिटी ऑफिसर का घेराव दिया जाता है।
इसके अलावा Y कैटेगरी X से ऊपर की कैटेगरी मानी जाती है। दरअसल, Y कैटेगरी में करीब 11 पुलिसकर्मियों रहते है। साथ ही 2 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर का सुरक्षा घेरा होता है।