भारतीय क्रिकेट टीम (India National Cricket Team) के 49 वर्षीय पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली (Vinod Kambli) ने भारतीय कोच को लेके एक बड़ा बयान जारी किया है. उन्होंने अपने बयान में लिखा है कि मुझे लगता है कि जिस तरह बड़े खिलाड़ी अपनी खराब फॉर्म से जूज रहे हैं उसके लिए सिर्फ उन्हें दोष देना सही नहीं होगा. आज के दौर में कोच के पास पैसों की कमी नहीं है क्योंकि वो इतना पैसा बना रहे हैं कि पूछो ही मत और इस चक्कर में वो भूल गए हैं कि उनका पहला कर्तव्य क्या है.
इसी के साथ साथ बता दें टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों का सीरीज का दूसरा मुकाबला जोहान्सबर्ग (Johannesburg) के वांडरर्स स्टेडियम (Wanderers Stadium) में खेला जा रहा है. टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था और अपनी ख़राब परफॉरमेंस के चलते पहली पारी में टीम इंडिया ने के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) एक बार फिर फ्लॉप साबित हुए थे.
इस बीच टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी आकाश चोपड़ा ने भी विनोद कांबली की तरह ख़राब परफॉरमेंस के चलते कहा था कि अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के खराब फॉर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है. आकाश चोपड़ा ने कहा कि दूसरी पारी में इन दोनों ही दिग्गजों को रन बनाने होंगे. विनोद कांबली ने अपने सोशल मीडिया के पोस्ट में ये भी लिखा है कि ऐसे में पुराने कप्तान को भी ये भुकतना पड़ा है और इसका नतीजा सबके सामने है. मैं नाम नहीं लूंगा लेकिन मैं वन औन वन कोचिंग के खिलाफ हूं.
बता दें कि काश चोपड़ा ने कहा था कि कि मुझे लगता है कि चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे दोनों ही इस वक्त काफी पतली लकीर पर हैं. हम सब इन दोनों ही खिलाड़ियों को काफी पसंद करते हैं. अब खुद को साबित करने के लिए इन दोनों दिग्गजों के पास एक पारी और बची है. अगर ये दोनों बल्लेबाज दूसरी पारी में रन बनाते हैं तो फिर इनके पास खुद की जगह बचाने का मौका रहेगा. दूसरी पारी में रन बनाने पर ही इनको अगले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह मिल पाएगी.
बता दें कि टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे एक बार फिर रन बनने में असफल रहे. पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा ने 33 गेंदों का सामना किया और सिर्फ 3 रन बनाए, वहीं अजिंक्य रहाणे बिना खाता खोले ही पहली गेंद पर आउट हो गए. भारत ने अभी तक साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज में जीत हासिल नहीं की है लेकिन इस बार उनके पास सीरीज जीतने का सुनहरा मौका है.