– PGCPM-06 और PGCPIB-03 की बैच हुई ऑनलाइन शुरू
आईआईएम इंदौर ने कार्यकारी अधिकारियों के लिए दो वर्चुअल लर्निंग प्रोग्राम का उद्घाटन समारोह रविवार, 23 अगस्त, 2020 को आयोजित किया । पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन मैनेजमेंट बैच -06 (PGCPM-06)(वीसी नाउ के साथ)और पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट प्रोग्राम इन इन्वेस्टमेंट बैंकिंग बैच -03 (PGCPIB-03) (टाइम्स टीएसडब्ल्यू के साथ)का उदघाटन वर्चुअली आयोजित किया गया ।
इस मौके पर प्रोफेसर हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर, प्रोफेसर राजहंस मिश्रा, समन्वयक, वीएलपीई और दरायस मेहता, संस्थापक निदेशक, VC Nowमौजूद थे । प्रोफेसर राय ने बैच का स्वागत किया और कहा कि यह महामारी एक संकट तो है, लेकिन यह अपने साथ कुछ सकारात्मक भी लाता है। ‘मेरे लिए COVID विज़निंग (visioning), आत्मनिरीक्षण (introspection) और खोज (discovery) के अवसर देता है। हमें एक विज़न और एक उद्देश्य की आवश्यकता है कि हम क्या कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं। आईआईएम इंदौर का मिशन विश्व स्तर के शैक्षणिक मानकों और सामाजिक रूप से जागरूक नेता और प्रबंधक बनाने के साथ प्रासंगिक रहना है। यह दोनों कार्यक्रम प्रासंगिक हैंऔर इसमें आईआईएम इंदौर के उत्कृष्ट संकाय सदस्य प्रासंगिक और विश्व स्तर का पाठ्यक्रम पेश करेंगे औरप्रतिभागियों को सामाजिक रूप से जागरूक होने के लिए कौशल हासिल करने में मदद मिलेगी’, उन्होंने कहा। उन्होंने कहा कि COVID ने हमें वास्तव में आत्मनिरीक्षण करने का अवसर प्रदान किया है। ‘इस व्यस्त और तेज़ी से बदलते जीवन में हमें एक पल के लिए विराम लेने की ज़रूरत है, और इस दुनिया के साथ हमारे सम्बन्ध को समझने की भी ज़रूरत है ‘, उन्होंने कहा। अपने आसपास के वातावरण को हम पहले से अधिक स्वच्छ छोड़ दें और जिससे भी मिलें, उसे पहले से अधिक खुश छोड़ कर जाएँ, तो हम इस दुनिया को बेहतर बना सकेंगे , उन्होंने सलाह दी ।
प्रोफेसर राजहंस मिश्रा ने बताया कि इन कार्यक्रमों केपाठ्यक्रम को उद्योग और बाजार की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, और आज के समय में यह अधिक प्रासंगिक है क्योंकि अब दुनिया डिजिटल हो रही है। उन्होंने कहा कि इन पाठ्यक्रम के ज़रिये प्रतिभागी न केवल कक्षा में, बल्कि अपने बैचमेट से बातचीत करके भी बेहतर सीख सकते हैं – जिनके पास औसतन लगभग 9 वर्षों का कार्य अनुभव है।
वीसी नाउ के संस्थापक निदेशक दरायस मेहता ने PGCPM कार्यक्रम शुरू करने के लिए आईआईएमइंदौर टीम का धन्यवाद किया और कहा कि यह केवल Fourth Revolution का ही नहीं बल्कि एक वर्चुअल क्रांति का भी युग है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से कार्यकारी अधिकारियों को अपने कौशल को उन्नत करने और अपने ज्ञान को बढ़ाने में मदद मिलेगी, क्योंकि बैच में 200 से अधिक वर्षों का कुल कार्य अनुभव है।
ये दोनों कार्यक्रम एक वर्ष की अवधि के हैं और कक्षाएं सप्ताहांत में ऑनलाइन आयोजित की जाती हैं। PGCPM का उद्देश्य प्रतिभागियों को नवीनतम प्रबंधन प्रथाओं से लैस करना है जबकि PGCPIB निवेश बैंकिंग के प्रबंधन पहलुओं पर उन्नत ज्ञान प्रदान करने पर केंद्रित है। आईआईएम इंदौर वीएलपीसीपीएम के पांच बैच और वीएलपीई के तहत पीजीसीपीआईबी के दो बैच पहले ही पूरा कर चुका है। संस्थान VLPE के तहत कार्यकारी अधिकारियों के लिए विभिन्न ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित करता है।