नई दिल्ली: बीते कुछ दिनों से वायुप्रदूषण से जूझ रहे दिल्लीवासी अब अपने घर में भी सुरक्षित नहीं है. हाल ही में एक स्टडी में यह बात सामने आई है कि दिल्ली के घरो में 20 फीसदी ज्यादा वायु प्रदूषण मौजूद है. साथ ही यह भी सामने आया है कि एयर प्यूरिफायर्स भी इसमें कुछ ख़ास काम नहीं आ रहे हैं.
स्टडी में यह सामने आया कि सरकार की ओर से बाहर मॉनिटर्स लगाए गए हैं, उनके मुकाबले पीएम 2.5 का स्तर काफी ज्यादा था. हालांकि, घर के अंदर जारी प्रदूषण पर इसका असर केवल 10 प्रतिशत था. स्टडी के प्रमुख रहे कैनेथ ली ने कहा, “दिल्ली में कुल मिलाकर बात यह है कि चाहे अमीर हो या गरीब, किसी को भी सांस लेने के लिए साफ हवा नहीं मिलेगी.’
उन्होंने आगे कहा, “यह जटिल चक्र है. जब आपको घर के अंदर प्रदूषण के स्तर का पता नहीं होता, तो आप इसके बारे में चिंता नहीं करते और इसलिए आपकी तरफ से इसे सुधारने के लिए उपाय करने की संभावना कम है. बढ़ती जागरूकता के साथ ही साफ हवा की मांग में इजाफा हो सकता.”