सारंगपुर (कुलदीप राठौर)
भगवान त्रिलोकेश्वर महादेव की महिमा शिवलिंग अभिषेक करने से मनुष्य को सूक्ष्म पुण्य की प्राप्ति होती है परंतु पार्थेश्वर महादेव का अभिषेक करने से भारतवर्ष के 12 ज्योतिर्लिंग एवं करोड़ों शिवलिंग के अभिषेक करने का फल प्राप्त होता है। क्योंकि मिट्टी का कण कण शंकर माना जाता है अनेक कणों से मिलकर एक शिवलिंग का निर्माण होता है। इसी के कारण से शिव पुराण में भाग 8 पर पार्थेश्वर महादेव की महिमा का विशेष वर्णन रुद्र संहिता के अंतर्गत मिलता है। उक्त उद्गार क्षेत्र के विख्यात कथाकार पंडित हरि ओम महाराज ने पारथीरेश्वर शिवलिंग अभिषेक के समापन आयोजन में व्यक्त किए।
नगर के समाजसेवी व्यवसा्यी मनीष चौरसिया के निवास पर विगत 5 वर्षों से पार्थिव शिवलिंग अभिषेक का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम सावन मास में पूर्ण महा चलता है। सीमा चौरसिया एवं शीतल लोकेश जाधव का सपरिवार इस कार्यक्रम में भक्तिमय होकर नित्य प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग की स्थापना करके अभिषेक करते हैं। पार्थिव शिवलिंग का आकर्षक मनोरम श्रृंगार करके पंडित हरि ओम महाराज के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मंडल स्थापना करके पूजन अर्चन करते हैं तत्पश्चात विधि विधान से कालीसिंध नदी में कपिलेश्वर धाम पर विसर्जन का क्रम जारी रहा।
इस वर्ष विश्व मंगल की कामना एवं पूर्ण तृप्ति युक्त वर्षा हेतु भाद्र मास के 12 दिवस में पूर्णाहुति की गई। समापन के पश्चात सायं भाव प्रिय शिव भजनांजली का कार्यक्रम आयोजित किया गया। गायक पंडित हरिओम महाराज वादक बबलू राव परमानंद जोशी मुकेश राव गौरव राव ने सहयोग प्रदान किया। इस अवसर पर सूर्य प्रकाश माहेश्वरी लखन चौरसिया रवि शर्मा उज्जवल शर्मा अंकुर सोनी सुदीप सोलंकी कार्तिक चौरसिया राधा चौरसिया प्रवीण चौरसिया सहीत चौरसिया परिवार एवं मातृशक्ति उपस्थित रही।