खंडवा, 24 अक्टूबर 2021, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि वर्ष 2003 से पहले मध्य प्रदेश की स्थिति मिस्टर बंटाढार ने पूरी तरह से बर्बाद करके रखी थी। कवि सम्मेलनों में म.प्र. की सड़क, बिजली और पानी की व्यवस्था का मजाक उड़ाया जाता था लेकिन अब म.प्र. के विकास की गाथाएं गाई जाती हैं। भाजपा का शासन आज प्रदेश के विकास का पर्याय बन गया है, इस विकास को निरंतर बनाए रखने के लिए भाजपा को विजयी बनाना है।
तोमर ने यह बात आज खंडवा लोक सभा क्षेत्र के ग्राम गुड़ीखेड़ा व पंधाना में भाजपा प्रत्याशी श्री ज्ञानेश्वर पाटिल के समर्थन में सभाओं को संबोधित करते हुए कही। श्री तोमर ने कहा कि वर्ष 2003 से पहले म.प्र. के गांवों में बिजली के दर्शन नहीं होते थे लेकिन अब गांव-गांव, घर-घर रोशन है। उन्होंने कहा कि जब हम लोग प्रदेश में विपक्ष में थे तो उस समय केवल दो ही नारे लगते थे। एक तो जब तक रहेगा दिग्गी, तब तक घर में जलेगी डिब्बी… दूसरा, चारों तरफ अंधेरा है और पहरेदार लुटेरा है…।
तोमर ने कहा कि सड़कों की स्थिति पहले अत्यंत दयनीय थी लेकिन अब प्रदेश-देश के गांव-गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जरिए जोड़ दिया गया है। पहले किसान अलग से पानी से सिंचाई के बारे में तो सोच ही नहीं सकता था क्योंकि लोगों को पेयजल ही मुश्किल से मिल पाता था लेकिन अब गांव-गांव में नल-जल योजना के जरिए घर-घर नलों से पानी पहुंचाया जा रहा है। देश में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व म.प्र. में श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चहुंमुखी विकास हो रहा है। भाजपा सरकार में गांव-गरीब-किसान-मजदूर के उत्थान पर फोकस है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि पहले यहां जब चुनाव प्रचार करने आते थे तो नंदू भैया साथ रहते थे लेकिन अब स्व. नंदू भैया हमारे बीच नहीं है। अब श्री ज्ञानेश्वर पाटिल को भाजपा ने मैदान में उतारा है और भाजपा को विजयी बनाना ही नंदू भैया को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। सभा में भाजपा की प्रदेश महामंत्री सुश्री कविता पाटीदार, इंदौर के सांसद श्री शंकर लालवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री गंगा बाई मोरे, विधायक श्री महेंद्र हार्डिया, श्री राम डोंगरे, श्री अनिल कालूखेड़ा, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुश्री कंचन बाई तन्वे, जिलाध्यक्ष श्री स्वदेश पटेल, प्रदेश प्रवक्ता श्री राम दांगोरे, श्री उमेश शर्मा सहित भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता व आमजन मौजूद थे।