भोपाल : म.प्र. महिला कांग्रेस की अध्यक्ष, डॉ. अर्चना जायसवाल ने आज म.प्र. महिला कांग्रेस की समस्त जिला/ब्लॉक/पंचायत अध्यक्षों को निर्देशित किया की कोविड महामारी के दौरान असमय काल के गाल में समाय बेसहारा मृत्जनों का आज से प्रारंभ हो रहे श्राद्धपक्ष को ध्यान में रखते हुए दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये इस श्राद्धपक्ष में तर्पण के कार्य को सम्पन्न किया जाए।
सनातन धर्म में श्राद्धपक्ष को हमारे पूर्वजों और दिवंगत आत्माओं की शांति के लिये किये जाने वाला विशेष संस्कार माना जाता है, जो कि अपने प्रिय जनों के इस संसार से जाने के बाद उनकी स्मृति एवं सम्मान में घर-घर में आयोजित किया जाता है। जायसवाल ने आगे कहा कि जैसा कि हम सभी इस बात से अवगत है कि विगत समय में कोरोना महामारी ने असमय ही हमसे हमारे लाखों भाईयों-बहनों को छीन लिया है।
इस दौरान अनेक ऐसी दुःखद घटनाएं भी सामने आईं जब पूरे परिवार ही काल कवलित हो गए एवं उनका तर्पण या मुक्ति का कर्मकाण्ड सम्पन्न होना ही संभव नहीं हो पाया। इस समय में ऐसी अप्रिय स्थितियों का भी कुछ परिवारों को सामना करना पड़ा की वे अपने प्रियजनों का क्रिया-कर्म भी नहीं कर पाए।
ऐसी मृत आत्माओं की शांति के प्रति अपने सामाजिक दायित्व को समझते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए तर्पण एवं श्राद्ध का कार्य, श्राद्धपक्ष के दौरान संपूर्ण प्रदेश में किया जायेगा । म.प्र. महिला कांग्रेस ना सिर्फ अपने देश अपितु संपूर्ण विश्व के दिवंगत भाइयों-बहनों की आत्मा की शांति एवं मुक्ति के लिये तर्पण का कार्य करेगी एवं कोरोना में मृत हुए लोगों को श्रद्धांजलि भी अर्पण करेगी, क्योंकि वसुधैव कुटुंबकम हमारी संस्कृति का आधार है।