Hartalika Teej 2021: हरतालिका तीज का त्योहार भाद्रपद की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती है। ये व्रत सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है। हर साल यह त्योहार भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं और लड़कियां श्रंगार कर मेहंदी लगाती है। साथ ही महिलाएं निराहार रहकर व्रत करती हैं।
जानकारी के मुताबिक, इस साल ये व्रत एक दुर्लभ संयोग में मनाया जाएगा। विशेष रूप से इसमें रवियोग के साथ ही चित्रा नक्षत्र भी रहेगा। जैसा की आप सभी जानते है हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। ऐसे में हस्त एवं चित्रा नक्षत्र, कन्या राशि और रवियोग में यह महाव्रत 9 सितंबर, गुरुवार को मनाया जाएगा।
इस तरह बन रहा संयोग –
ज्योतिष के मुताबिक, दुर्लभ संयोग में रवि योग चित्रा नक्षत्र के कारण बन रहा है। यह योग 9 सितंबर को दोपहर 4:47 बजे से 10 सितंबर को 3:38 बजे तक रहेगा। वहीं हरतालिका तीज पर पूजा के लिए सबसे शुभ समय शाम को 5:18 बजे से रात को 8:34 मिनट तक है। जिस वक्त हरतालिका तीज की पूजा की जाएगी उस वक्त रवि योग लगा रहेगा।
क्या है हरतालिका –
हरतालिका शब्द दो शब्दों से बना है। पहला शब्द है हरिण, जिसका अर्थ हरना या हरण करना होता है, वहीं तालिका का अर्थ सखी के मेल से बना है। एक पौराणिक कथा के अनुसार, इस तिथि में देवी माता पार्वती को सखी ने उनके पिता हिमालय के घर से हरण करके जंगल लेकर आईं थीं। जहां पर देवी माता पार्वती ने कठोर तप किया और भगवान भोलेनाथ को पति के रूप में प्राप्त किया।